झालावाड़

खानपुर क्षेत्र के एक गांव में शनिवार रात घर में घुसकर छेड़छाड़ करने पर महिला के परिजनों ने रविवार सुबह युवक से मारपीट की। उसे निर्वस्त्र कर जूते की माला पहनाकर गांव में घुमाया। सूचना पर पुलिस ने युवक को मुक्त कराया, साथ ही 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उधर, महिला ने भी छेड़छाड़ का केस दर्ज कराया है।

महिला ने रविवार सुबह सारोला थाने में रिपोर्ट दी कि शनिवार रात साढ़े 9 बजे वह घर में अकेली थी, तभी गांव के ही युवक ने उसके घर में घुसकर छेड़छाड़ की कोशिश की। शोर मचाने पर आरोपी फरार हो गया।

पुलिस ने बताया कि महिला के परिजनों ने रविवार सुबह आराेपी को समझौते के लिए ढाबे पर बुलाया, वहां मारपीट कर निर्वस्त्र कर दिया और उसके हाथ पीछे बांध दिए। लाठी, लात-घुंसों से मारपीट करते रहे। उसके गले में जूते की माला डालकर पूरे गांव में घुमाया। मोबाइल से फोटो और वीडियो भी खींचे।

इसके बाद आरोपी उसे सरेराह मारपीट करते हुए भीमसागर तिराहा पर ले गए। इस दौरान किसी ने पुलिस को सूचना दी तो पुलिस मौके पर पहुंची और पीड़ित युवक को छुड़ाकर बाघेर चौकी पर लाई। यहां पीड़ित युवक की रिपोर्ट पर 8 आरोपियों भतरराज, बालचंद, रामलाल, राजेंद्र, पूरण, रामदयाल, राजाराम व सत्यनारायण के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
यह गलत है; सभ्य समाज का यह चेहरा स्वीकार्य नहीं

सभ्य समाज में कानून हाथ में लेना और उसे अपनी मर्जी से सजा देना किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है। न्यायपालिका ही सभी पक्षों को देखकर जो निर्णय करे, वही सर्वमान्य होता है। झालावाड़ के खानपुर क्षेत्र के एक गांव में जो मामला सामने आया है, वह हम सबके लिए शर्मनाक है। अपराधी कौन है, किसकी क्या गलती है और उसे क्या सजा मिलनी चाहिए, यह फैसला करने के लिए अदालत है।

पीड़ित युवक नरेगा में है मेट, वहीं मजदूरी करती है महिला
पीड़ित ने रिपोर्ट में बताया कि वह मनरेगा में मेट है। महिला वहां मजदूरी करती है। उसने महिला को एक मोबाइल भी दिया। यह बात उसके पति को मालूम हो गई। उसे शक था कि उनके बीच प्रेम संबंध है। महिला के पति ने शुक्रवार रात 1:22 बजे कॉल तो दोनों में कहासुनी हुई।

शनिवार सुबह उसने अपने दोस्त रामबिलास से कहा कि वह महिला के पति को समझा दे। महिला के परिजनों से बात करने के लिए श्रीलाल के ढाबे पर बुलाया, जहां पहुंचने पर आरोपियों ने बर्बरता की। छेड़छाड़ के आरोप झूठे हैं।