बीकानेर। जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने कहा है कि स्कूलों में दिए जा रहे मिड-डे-मील की गुणवत्ता बनी रहे,इसके लिए जिम्मेदार अधिकारी विशेष सतर्कता बरतें। भोजन की गुणवत्ता पर निगरानी रखते हुए स्कूलों के रसोई घर में तथा स्कूल में भी साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए।

जिला कलक्टर गौतम बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में राष्ट्रीय पोषाहार सहायता कार्यक्रम मिड-डे-मील की समीक्षा बैठक में शिक्षा अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अक्षय पात्र फाऊण्डेशन संस्था (केन्द्रीयकृत रसोई घर) द्वारा शहरी क्षेत्र में दिए जा रहे पोषाहार की गुणवत्ता की शिकायत मिलने पर जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि एमओयू की शर्तों की पालना सुनिश्चित करवाई जाए। अगर शर्तों के अनुरूप पोषाहार की गुणवता नहीं हो तो एमओयू रद्द कर दिया जाए।

उन्होंने कहा कि प्रतिदिन मीनू के अनुसार पोषाहार नहीं वितरित हो रहा हो तो भुगतान की राशि में कटौती की जाए। साथ ही केन्द्रीकृत रसोई में पोषाहार की गुणवत्ता पर निगरानी रखने के लिए प्रतिदिन एक अध्यापक की ड्यूटी लगाई जाए।
जिला कलक्टर ने प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में पोषाहार की अनियमितता पर निगरानी रखने के लिए सभी ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए और कहा कि वे अपने निरीक्षण को प्रभावी बनाएं। जिन स्कूलों में मिड-डे-मील नहीं बन रहा है,उसकी सूचना लेने की पुख्ता व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने श्रीडूंगरगढ़ ब्लॉक में स्कूलों में दूध की क्वालिटी की शिकायत मिलने पर कहा कि प्रत्येक ब्लॉक की पांच-पांच स्कूलों में फूड इंस्पेक्टर से दूध की जांच करवाई जाए।

 

जांच में दूध की गुणवता में कमी पाए जाने पर दूध सप्लाई करने वाली समितियों के विरूद्ध कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि दूध के फेट के अनुसार ही दूध आपूर्ति करने वाली समिति को भुगतान किया जाए। उन्होंने मिड-डे-मील में गैस आपूर्ति के संबंध में जानकारी ली और कहा कि जिन स्कूलों में गैस का एक सिलेण्डर है,उनकी सूची उपलब्ध कराई जाए जिससे उन्हें डबल गैस सिलेण्डर की दिलवाया जा सके।

उन्होंने जिले के ब्लॉकों में गत् पांच वर्ष में खाद्यान्न के भौतिक सत्यापन की समीक्षा की और निर्देश दिए जिन विद्यालयों में खाद्यान्न के रिकॉर्ड में अन्तर हो तो संबंधित के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करवाई जाए। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र के स्कूल भवनों के निर्माण की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि जिन स्कूलों का घटिया निर्माण हुआ है,उसकी कार्यकारी एजेन्सी और ठेकेदार के विरूद्ध थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई जाए। उन्होंने विद्यालयों में प्रवेशोत्सव में हुए नामांकन की जानकारी ली और निर्देश दिए कि कोई भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित नहीं रहना चाहिए। पिछड़ी बस्तियों के बच्चों का स्कूल में प्रवेश सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक समसा हेतराम से बालिका छात्रावास,कम्प्यूटर लैब,मॉडल स्कूल आदि के बारे में जानकारी ली और निर्देश दिए कि जिन विद्यालयों को कम्प्यूटर लैब नहीं है,उनमें लैब लगवाई जाएं।

गौतम ने जिले के विद्यालयों में पौधारोपण पर जोर दिया और कहा कि स्कूलों में किचन गार्डन विकसित किया जाए। एक विद्यालय में 150 पौधे लगाने पर मनरेगा से श्रमिक उपलब्ध कराया जाता है। किचन गार्डन विकसित होने से बच्चों को हरी ताजा सब्जी और फल आदि उपलब्ध हो सकेंगे। उन्होंने जिले की स्कूलों में रूबेला और खसरा टीकाकरण के बारे में आरसीएचओ डॉ.रमेश गुप्ता से फीड बैक लिया और निर्देश दिए कि शत प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित कराए। उन्होंने आरसीएचओ को निर्देश दिए कि जो स्कूल इस अभियान में टीकाकरण के लिए मना कर रहे हैं,उनकी जानकारी दी जाए।
बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा मोहम्मद इस्माईल,मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी धर्मेन्द्र कुमार जोशी,मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी नोखा मोहम्मद सलीम पडि़हार सहित ब्लॉक शिक्षा अधिकारी उपस्थित थे।