बीकानेर। एक ओर तो केन्द्र व राज्य सरकार भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने का भरसक प्रयास कर रही है। लेकिन सरकार के नुमाईदें की सरकार की छवि को धूमिल करने में लगे है। आएं दिन सरकार के अधिकारियों व कार्मिकों पर भ्रष्टाचार करने के आरोप लगते आ रहे है। एक ऐसा ही मामला लूणकरणसर पंचायत समिति का है। जिसके विकास अधिकारी भोमसिंह इन्दा व अन्य अधिकारियों पर ग्राम पंचायतों की निविदा प्रक्रिया में धांधली करने व अपने चेहतों को टेण्डर देने का आरोप लगाते हुए जिला कलक्टर को एक ज्ञापन सौंपा गया है। हालांकि पंचायत समिति कार्यालय से दोनों ही फर्मों को बै ंक ड्राफ्ट सहित बंद लिफाफे वापस लौटा दिए गये है। इसी मामले को लेकर शुक्रवार को जनसुनवाई के दौरान विधायक सुमित गोदारा व विकास अधिकारी भोमसिंह इन्दा में नोंक-झोंक हो गई और मामला गर्मागया। जिसके चलते स्थिति गाली गालौच तक पहुंच गई। इस दौरान अन्य लोगों ने बीच बचाव कर मामला शांत करवाया।
यह है प्रकरण
जानकारी के अनुसार पंचायत समिति लूणकरणसर की ओर से ग्राम पंचायत अरजनसर,चकजोड़,जैतपुर में विभिन्न कार्यों के लिये सामग्री आपूर्ति करने के लिये निविदा आमंत्रित की गई थी। इसके लिये अरजनसर की सिद्वि विनायक इन्टरप्राइजेज एंड व छत्तरगढ़ की दुर्गादेवी एंड संस नामक फर्म ने आवेदन किया था। दोनों ही फर्मों ने ऑनलाइन प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद 10 मार्च को विकास अधिकारी के नाम से जारी बैंक ड्राफ्ट व आवेदन फार्म स्वयं विकास अधिकारी को जमा करवा दिए। फर्म के गोविन्द राम व हनुमान जस्सू ने बताया कि निविदा 11 मार्च को खुलनी थी। लेकिन अधिकारियों ने 17 मार्च को निविदा खोली। साथ ही दोनों फर्मों को निविदा में शामिल नहीं किया गया। जब इस बारे में अधिकारियों व कर्मचारियों से पूछा गया तो उन्होंने बैंक ड्राफ्ट नहीं होने का कहकर पल्ला झाड़ दिया। जबकि आवदेन की हार्ड कॉपरी व बैंक ड्राफ्ट विकास अधिकारी को जमा करवाए गए थे। आवेदकों ने आरोप लगाया कि अरजनसर पंचायत के लिये निर्धारित राशि 29 लाख 99 हजार 864 की एवज में उन्हेांने साढ़े सात प्रतिशत राशि कम में काम करने की निविदा दी थी। लेकिन अधिकारियों ने सांठ-गांठ कर दोनों फर्मों को वंचित कर अपने चेहतों को निविदा दे दी। जब आवेदकों ने अपने बैंक ड्राफ्ट वापस मांगे तो अधिकारियों ने बैंक ड्राफ्ट नहीं होने का कहा। मजे की बात तो यह है कि बुधवार को उन्हें पंचायत समिति कार्यालय से दोनों बंद लिफाफे बैंक ड्राफ्ट सहित वापस लौटा दिए गए। इस मामले को लेकर शिक ायत में निविदा प्रक्रिया रद्द कर नये सिरे से निष्पक्ष रूप से निविदा प्रक्रिया करवाने की मांग भी की गई है।
पूर्व में विवादों में रह चुके है इन्दा
लूणकरणसर के विकास अधिकारी भोम सिंह इन्दा पूर्व में भी विवादों में रह चुके है। बीकानेर पंचायत समिति विकास अधिकारी रहते हुए कोरोना काल में मास्क की सरकारी सप्लाई को लेकर भी इन्दा घिर चुके है। जिसकी शिकायत भी जिला कलक्टर कार्यालय में लंबित चल रही है।