15 साल की लड़की ने अपना बाल विवाह रुकवाया है। पिता ने मुंबई में रहने वाले लड़के से रिश्ता पक्का कर दिया था। 12 फरवरी को शादी होने वाली थी। बेटी के विरोध के बाद भी परिवार नहीं माना। लड़की ने एसपी से शिकायत की। तब जाकर उसे राहत मिली। मामला चित्तौड़गढ़ के बस्सी का है।
एसपी से कहा- पिता जबरदस्ती शादी करवा रहे
एसपी राजेंद्र प्रसाद गोयल ने बताया कि बुधवार को 15 साल की लड़की थाने आई थी। वह 10th क्लास में पढ़ती है। उसने बताया कि पिता जबरन विवाह करवा रहे हैं। 12 फरवरी शादी की तारीख भी तय कर दी है। पुलिस बच्ची को लेकर बाल कल्याण समिति के पास गई। समिति अध्यक्ष के सामने बच्ची का बयान लिया गया।
बाल कल्याण समिति के सामने हुआ बयान
बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) की अध्यक्ष प्रियंका पालीवाल के सामने बच्ची ने गुरुवार को बताया कि वह आगे पढ़ना चाहती है। उसे घर में शादी की बात पता चली। परिवार के सामने शादी नहीं करने की इच्छा जताई, मगर पिता ने इनकार कर दिया।
बेटी ने कहा- झूठ बोल रहे पिता
सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष प्रियंका पालीवाल ने बताया कि बच्ची की बात सुनकर उसके पिता को बुलाया गया। पिता और बेटी को आमने-सामने बैठाकर बात की गई। पिता ने कहा कि वह सिर्फ लड़का देखने महाराष्ट्र गया था। शादी अभी फिक्स नहीं की है। इस पर बेटी ने गुस्से में कहा कि, आप झूठ बोल रहे हैं। आपने 12 फरवरी की शादी तय की है। बेटी ने पिता के साथ जाने से भी इनकार कर दिया। लड़की को समझाकर पिता के साथ घर भेजा गया। सारी बात जानकर पिता को शादी नहीं करवाने के लिए पाबंद किया गया है।