श्रीगंगानगर। त्योहार व शादियों का सीजन शुरू होने से बढ़ी सब्जियों की मांग, आने वाले दिनों में भी रेट नहीं होंगे कम
बेमौसम बारिश फसलों व डीजल महंगा होने से माल भाड़े में बढ़ोतरी के कारण हरी सब्जियों के भावों में बीते एक माह में प्रति किलो 20 से 50 रुपए प्रति किलो तक बढ़ोतरी हुई है। पंजाब व अन्य राज्यों के आने वाली हरी सब्जियों की आवक भी कम हो गई है।
भावों में तेजी के चलते हरी सब्जियां अब आम आदमी की पहुंच से बाहर हो रही हैं। रूटीन में 20 से 30 रुपए किलो बिकने वाले टमाटर एवं गोभी इन दिनों 60 रुपए प्रति किलो बिक रहे हैं। वहीं, प्याज के भाव भी 40 से 50 रूपए प्रति किलो पहुंच गए हैं। सब्जियों में सबसे सस्ते आलू व मूली के भाव भी 20 रुपए किलो हैं।
अन्य राज्यों व प्रदेश के अन्य जिलों से बहुत कम मात्रा में हरी सब्जियां श्रीगंगानगर क्षेत्र में बिकने के लिए आ रही हैं। लोकल हरी सब्जियों की आवक भी कम है। कारण कि बीते दो वर्षों में कोरोनाकाल लॉकडाउन के कारण सब्जी उत्पादकों को उपज श्रीगंगानगर मंडी में कम दाम पर बेचनी पड़ी थी। इस कारण गत वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष सब्जियों की बुवाई भी कम की है।
फल-सब्जी मंडी के थोक विक्रेताओं ने बताया कि गुजरात, हिमाचल व मध्यप्रदेश में बारिश के कारण हरी सब्जियों की फसलें ज्यादातर खराब हो गई हैं। इस कारण आवक कम होने से डीजल के दामों में बढ़ोतरी से माल भाड़े में बढ़ोतरी होने से हरी सब्जियों के भाव तेज है। आने वाले दिनों में भी इस बार टमाटर, टिंडा, भिंडी, मटर के भाव कम होने की उम्मीद कम है।
सब्जियों के भावों में तेजी के ये दो कारण मुख्य
1. राजस्थान, पंजाब, हिमाचल, गुजरात व मध्यप्रदेश में बेमौसम बारिश से सब्जियों की ज्यादातर फसलें खराब हो गईं।
2. डीजल के भाव 110 रुपए प्रति लीटर से भी अधिक हो गए हैं। इससे सब्जियों के परिवहन का खर्च बढ़ गया है।
इन हरी सब्जियोंके भाव 20 रुपए प्रति किलो तक
आलू व गोभी के भाव 20 रुपए प्रति किलो हैं। पालक भी प्रति गुट्टी 20 रुपए में मिल रही है। कोल्ड स्टोर का आलू मंडी में बिकने के लिए आ रहा है। जबकि गोभी व पालक की लोकल आवक हो रही है। आने वाले दिनों में लोकल आवक बढऩे के साथ ही पालक, मेथी, बैंगन, मूली, घीया के भावों में गिरावट आने की संभावना है।
श्रीगंगानगर क्षेत्र की मंडियों में इन दिनों टमाटर व प्याज नासिक से आ रहा है तथा टिंडा चौमूं से यहां बिकने के लिए आ रहा है। सब्जियों के थोक विक्रेताओं ने बताया कि नियमित रूप से एक या दो ट्रक टमाटर क्षेत्र की मंडियों में बिकने के लिए आ रहा है। वहीं, प्याज की भी नियमित रूप में आपूर्ति हो रही है। चौमूं से टिंडा लेकर भी पिकअप गाडिय़ां नियमित रूप से यहां आ रही है।