बीकानेर। एक सामान्य आदमी इंश्योरेंस कंपनियों में चक्कर काटता है और उसका काम नहीं होता, यह तो सामान्य बात है लेकिन कोई पुलिस विभाग के कर्मचारी से भी धोखाधड़ी कर सकता है, यह चकित करने वाला है। यहां सदर थाने में दर्ज एक मामले में ऐसी ही कहानी सामने आई है, जिस पर धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज हो गई है।
एक महिला पुलिसकर्मी की सड़क दुर्घटना में मौत के बाद से उसका बेटा इंश्योरेंस का पैसा लेने के लिए कंपनी के चक्कर काटता रहा। अब उसने सदर थाने में FIR दी है कि उसकी मां की मृत्यु का क्लेम दिलाने के लिए नेशनल इंश्योरेंस कंपनी से जुड़े एक व्यक्ति अजय कुमार चौहान ने उससे नौ लाख बारह हजार रुपए ले लिए। जो उसने अपने साढू के माध्यम से दिए थे। इतनी राशि देने के बाद भी उसका काम नहीं हो पा रहा है। अजय कुमार ने यह कहते हुए रुपए लिया कि उसका क्लेम करीब पच्चीस लाख रुपए का है। FIR में अजय कुमार के अलावा डॉ. सतीश जांगिड़ और एम.एस. प्रसन्ना को भी नामजद करवाया गया है।
यह है मामला
पुलिस विभाग में कार्यरत हेड कांस्टेबल बबली शर्मा ऑटो में जा रही थी। इस दौरान दुर्घटना होने पर उनके सिर में गंभीर चोट आई। बाद में उनकी मौत हो गई। इस मामले शर्मा के बेटे शेखर ने नेशनल इंश्योरेंस कंपनी से मुआवजा मांगा था जिसे देने पर टाल मटोल हो रही थी।