चूरू, में हैंडीक्राफ्ट फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। आग से फैक्ट्री में करीब दो करोड़ रुपए का नुकसान हो गया। देर रात करीब डेढ़ बजे लगी आग पर सुबह करीब 10 बजे पूरी तरह काबू पाया गया। फायर ब्रिगेड की 7 गाडिय़ों ने रातभर करीब 25 राउंड लगाए और आग पर काबू पाया। हालांकि आग बुझने तक हैंडीक्राफ्ट फैक्ट्री में ऑर्डर के लिए बनकर तैयार माल और मशीनें पूरी तरह जलकर खाक हो गई। प्रथम दृष्टया शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगना माना जा रहा है। जानकारी के अनुसार, पड़ोस की फैक्ट्री के टीन शेड पर सो रहे मजदूर ने देर रात को धुआं उठता देखा तो फैक्ट्री मालिक को सूचना दी। लकड़ी का सामान होने के कारण आग तेजी से फैल गई। पुलिस के अनुसार, बताया कि इंडस्ट्रियल एरिया में बजरंग लाल जांगिड़ की गोल्डन एक्सपोर्ट नाम से हैंडीक्राफ्ट फैक्ट्री है। सोमवार रात को वह फैक्ट्री से अपने घर चले गए थे और फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर भी खाना खाकर सो गए थे। पड़ोसी की फैक्ट्री के मजदूर टीन शेड पर सो रहे थे। रात करीब 2 बजे मजदूर ने धुआं उठता देखा तो फोन कर आग की सूचना दी। इस पर वह मौके पर पहुंचे। सूचना पर नगर परिषद की 2 दमकलें मौके पर पहुंची और आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन आग ने भीषण रूप ले लिया। आग के आसपास की फैक्ट्रियों तक फैलने की संभावना हो गई। सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंची और सूचना देकर रतननगर, रतनगढ़, तारानगर और बिसाऊ से 5 फायर ब्रिगेड बुलाई। रातभर करीब 7 दमकलों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका। सुबह करीब 10 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया। बताया जा रहा है कि आग लगने के कारण फैक्ट्री में लगी वुड वर्किंग की मशीनें और एक्सपोर्ट करने के लिए बनकर तैयार माल जलकर राख हो गया, जिससे करीब 2 करोड़ रुपए का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। फैक्ट्री परिसर में बाहर खुले में रखे सामान पर दमकलों से छिड़का पानी लगा तो वह भी खराब हो गया। बताया जाता है फैक्ट्री में सामान तैयार कर यूरोपीय और अमेरिकी देशों में भेजा जाता है।