सीकर. पैसा लेकर नीट परीक्षा में पास करवाने वाले गिरोह में वीक्षक भी जुड़े हुए हैं। वीक्षक स्पाई कैमरा से पेपर को स्केन कर गिरोह के लोगों को भेजता। इसके बाद बगिंग डिवाइस के माध्यम से परीक्षार्थियों को सवालों के जवाब मिलते। गिरोह के सीकर में सक्रिय होने की एसओजी की सूचना के बाद सीकर पुलिस ने शनिवार को जयपुर के एक होटल से गिरोह से जुड़े 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से पुलिस ने स्पाई कैमरा, बङ्क्षगग डिवाइस, एक कार सहित अन्य सामान जब्त किया है। आरोपियों के खिलाफ सीकर शहर के उद्योग नगर थाना में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस को आशंका है कि इस गिरोह से तार गहरे फैले हुए हैं। पुलिस आरोपियों से पूछताछ के आधार पर इनके साथियों की तलाश कर रही है।

बीएमएस और नर्सिंग के विद्यार्थियों का है गिरोह

नीट परीक्षा में पास करवाने वाले गिरोह में बीएमएस और नर्सिंग के विद्यार्थी शामिल है। गिरफ्तार आरोपियों ने वर्ष 2016 में सीकर में नीट की तैयारी की थी। नीट में पास नहीं होने पर इन्होंने बीएमएस और नर्सिंग में प्रवेश ले लिया। इसके बाद परीक्षा में पास करवाने वाला गिरोह बना लिया। गिरफ्तार आरोपी जयपुर जिले के अमरसर थाना इलाके के अणतपुरा गांव का निवासी दिनेश बाजिया, जालोर जिले के बागोड़ा थाना इलाके के भालनी गांव का निवासी रमेश कुमार विश्नोई, नरेश कुमार विश्नोई, अशोक कुमार विश्नोई, जयपुर के कालवाड़ इलाके के जारपुरा गांव का निवासी वीरेन्द्र चौधरी, बाड़मेर के नागाणा इलाके के डूंडा का निवासी ओमप्रकाश जाट, जालोर के छाव इलाके के देवड़ा का निवासी हरीश विश्नोई, कोटपूतली के सांगटेडा का निवासी अनूप चौधरी, गोविंदगढ़ निवासी राजेन्द्र शर्मा, सीकर के दांतारामगढ़ थाना इलाके के पचार का निवासी वेंकटेश प्रसाद जाट और झुंझुनूं जिले के जालिमपुरा गांव का निवासी दिनेश जाट है।

पिपराली रोड और नवलगढ़ रोड पर कोचिंगों में की बैठकें
गिरफ्तार आरोपियों में दिनेश बाजिया गिरोह का सरगना है। नीट परीक्षा में पास करवाने के लिए दिनेश बाजिया ने सीकर के पिपराली रोड और नवलगढ़ रोड पर कोचिंगों में बैठकें कर छात्रों को झांसे में लिया। इसके लिए उनके परिजनों को भी विश्वास में लिया गया। 20 से 30 लाख रुपए में सौदा तय होने पर परिजनों ने खाली चैक लिए गए। आरोपियों के पास पुलिस को हस्ताक्षर किए हुए तीन खाली चैक व कुछ दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। एसओजी की ओर से दिनेश के सीकर में सक्रिय होने की सूचना पुलिस को तीन दिन पहले दी गई। इस पर सीकर की डीएसटी टीम व उद्योग नगर थाना पुलिस ने दिनेश का पीछा किया तो वह जयपुर के श्याम नगर थाना इलाके के एक होटल में होने की जानकारी मिली। पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो वहां सभी 11 आरोपी मिल गए। पुलिस सभी को गिरफ्तार कर सीकर ले आई। उद्योग नगर थानाधिकारी पवन चौबे ने बताया कि आरोपियों ने होटल में पिछले तीन दिन से तीन कमरे ले रखे थे।

मास्क में फिट किया डिवाइस, हाथ पर कट लगाकर बांधते प्लास्टर
नीट परीक्षा में पास करवाने के लिए गिरोह ने पूरी तैयारी कर रखी थी। पेपर प्राप्त करने के लिए उनके पास स्पाई कैमरा था। इसके अलावा परीक्षा में बैठने वाले छात्रों के एन-95 मास्क में बगिंग डिवाइस इस तरह से फिट कर रखा था कि वह किसी को दिखाई ही नहीं दे। इसके अलावा कान में फिट होने वाला छोटे ब्लूटूथ मिले हैं। जो कान में लगाने के बाद बाहर से दिखाई नहीं दे। उनका रंग भी त्वचा के जैसा ही है। इसके अलावा प्लास्टर, कॉटन और पट्टियां के साथ आरोपियों के पास सर्जिकल ब्लेड भी मिली है। इतना ही गिरफ्तार आरोपियों में वेंकटेश प्रसाद और दिनेश कुमार कम्पाउंडर का कार्य करते हैं। इनका काम सर्जिकल ब्लेड से हल्का कट लगाकर पट्टियों में बगिंग डिवाइस फिट करना है।

एक वर्ष से कर रहे थे तैयारी
पैसा लेकर परीक्षा में पास करवाने वाला यह गिरोह पिछले एक वर्ष से तैयारी कर रहा था। जिस फर्जी विद्यार्थी को परीक्षा में बैठाना होता उसकी फोटो को वास्तविक विद्यार्थी से कम्यूटर की सहायता से मिक्स कर देते। उसी फोटो को प्रथम आवेदन पत्र पर लगाते। इसके बाद परीक्षा के लिए जारी एडमिट कार्ड पर लगाते, जिससे वीक्षक धोखा खा सके।

एसओजी से मिली सूचना पर सीकर पुलिस की डीएसटी और साइबर सैल की टीम पिछले तीन दिन से गिरोह का पीछा कर रही थी। गिरोह के 11 जनों को जयपुर से गिरफ्तार किया गया है। इनके साथियों के बारे में पूछताछ की जा रही है।