बीकानेर। सीएमएचओ डॉ बी.एल. मीणा ने गुरूवार प्रात: जयपुर रोड़ के आस-पास स्थित अस्पतालों का औचक निरीक्षण कर सेवाओं का हाल जाना। ग्रामीण चिकित्सा व्यवस्था की रीढ़ में अव्यवस्थाओं व गंदगी का आलम देख अत्यंत निराशा हाथ लगी। नौरंगदेसर पीएचसी में एक्सपायर्ड दवाएं, एक्सपायर्ड एचआईवी किट व यूरीस्टिक पड़ी मिली, मानो कभी जांच होती ही नहीं हो।

खफा सीएमएचओ ने प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ नितेश स्वामी व एएनएम सुनीता को तत्काल एपीओ करने के आदेश दे दिए। हालांकि मेलों के चलते अभी 2 दिन पीएचसी पर ही कार्य करने के निर्देश दिए हैं।
बम्बलू पीएचसी की बदहाली भी चरम पर मिली। लैब में ना रजिस्टर, न सामग्री, गन्दगी ऐसी कि इन्फेक्शन फैलाने की ड्यूटी निभाई जा रही थी।

पीएचसी पर नि:शुल्क जांच योजना अस्तित्व का संघर्ष करती नजर आई। इस पर लैब तकनीशियन रामसिंह सैनी को तत्काल एपीओ और कम्पाउडर जितेन्द्र सिंह सामोता को कारण बताओ नोटिस थमाया गया। विभाग के दल में शामिल डीपीएम सुशील कुमार व दक्षता मेंटर आशुतोष उपाध्याय ने अस्पतालों के लेबर रूम की गहन पड़ताल कर सेवाओं के हाल जाने।

अस्पताल में साफ-सफाई, बायोमेडिकल वेस्ट निस्तारण, नि:शुल्क दवाओं व जांचों की उपलब्धता, आई.ई.सी. सामग्री के प्रदर्शन, लक्ष्यों के विरुद्ध उपलब्धियां, मौसमी बीमारियों की रोकथाम, गम्बुसिया हैचरी के रख-रखाव व एंटी लार्वल गतिविधियों की प्रगति की जानकारी लेकर आवश्यक निर्देश दिए गए।