गुजरात के मोरबी में रविवार शाम करीब 6.30 बजे केबल सस्पेंशन ब्रिज टूटने से करीब 400 लोग मच्छु नदी में गिर गए। हादसे में 190 लोगों की मौत हुई है। 70 से ज्यादा लोग घायल हैं। राजकोट के भाजपा सांसद मोहन कुंदरिया की फैमिली के 12 लोगों की जान चली गई। हादसे से जुड़े कुछ VIDEO सोशल मीडिया में वायरल हैं।जिसमें लोग टूटे ब्रिज पर लटके हुए मदद की गुहार लगा रहे हैं। हादसे के बाद कोई तैरकर बच आया तो किसी को वहां पर मौजूद लोगों ने बचाया। हादसे के तुरंत बाद टूटे ब्रिज पर लोग लटके हुए दिखाई दे रहे हैं। इनमें से कुछ के शरीर का हिस्सा पानी में हैं। ये सभी टूटे ब्रिज से मदद मांगते नजर आ रहे हैं। खबर है कि ब्रिज पर लटके लोगों को बाद में बचा लिया गया।
स्थानीय लोगों ने नदी से शव निकाले
हादसे के कारण नदी में डूबे लोगों को बचाने के लिए स्थानीय लोग नदी में उतर गए। उन्होंने डूबे लोगों को नदी से बाहर निकाला और मेडिकल टीमों ने उन्हें अस्पतालों तक पहुंचाया। कुछ लोग एक शव को बाहर निकाल रहे हैं।
अस्पताल में घायलों का इलाज और लाशें ही लाशें
जहां अफरा-तफरी का माहौल था। यहां हादसे में मरने वालों के शव और घायलों को लाया गया। हॉस्पिटल में पीड़ित लोगों के साथ-साथ भीड़ भी बढ़ गई थी। इसमें ज्यादातर पीड़ितों के परिजन थे, जो बदहवास दिख रहे थे। हादसे से करीब एक घंटे पहले का वीडियो वायरल हुआ है। इसमें बड़ी संख्या में लोग ब्रिज पर घूमते नजर आ रहे हैं। उनमें से कुछ लड़के मस्ती में पुल के केबल को पैर मारकर हिलाते दिख रहे हैं। बताया जा रहा है कि ये लड़के ब्रिज के कमजोर होने का मजाक बना रहे हैं। इसके कुछ घंटों बाद ही ब्रिज टूट गया। बताया जा रहा है कि रविवार को छुट्टी का दिन होने से सस्पेंशन ब्रिज पर क्षमता से अधिक लोग जमा हो गए थे। दिवाली की छुट्टी और रविवार होने के कारण भी भीड़ अधिक थी। ब्रिज की क्षमता से अधिक लोगों को ब्रिज पर जाने से रोका क्यों नहीं गया। यह हादसे की जांच के बाद ही पता चल सकेगा। ब्रिज ओवरलोड होने को ही हादसे का कारण बताया जा रहा है। इसी दौरान ये लोग ब्रिज को हिलाने के लिए मस्ती करने लगे।