गंदे फोटो वायरल करने की धमकी देकर पेट्रोल कंपनी के अकाउंट में मंगवाते थे रुपए, होटल में वाईफाई नेटवर्क से भेजते थे फ्रेंड रिक्वेस्ट
जयपुर, सोशल मीडिया पर लड़कियों की फर्जी आईडी से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर पैसे वालों से दोस्ती करना। इसके बाद वीडियो कॉल कर लड़कियों के अश्लील फोटो के साथ बातचीत करते हुए का स्क्रीन शॉट खींचकर ब्लैकमेलिंग करने वाला गैंग दो दिन के रिमांड पर है। जयपुर की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) पुलिस ने शनिवार को गैंग में शामित पांच शातिर ठगों को गिरफ्तार किया था।
प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि पुलिस से बचने के लिए यह गैंग ज्यादातर होटलों में ठहरता था। यहां होटलों में कर्मचारियों से वाई-फाई इंटरनेट नेटवर्क का पासवर्ड हासिल कर अपने मोबाइल फोन से इंस्टाग्राम पर मौजूद पैसे वाले परिवारों से जुड़े युवकों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते थे।
इन्हीं होटल के इंटरनेट की मदद से ऑनलाइन पोर्न वेबसाइट से वीडियो अपलोड कर इंस्टाग्राम पर लड़कियों की फेक प्रोफाइल बनाकर अपने चंगुल में फंसे लड़कों को वीडियो कॉल करते थे। यहां जयपुर में सदर और बनीपार्क इलाके में होटलों में ठहरकर वाईफाई कनेक्शन काम में लेने की जानकारी सामने आई है। इस संबंध में होटल कर्मचारियों से भी पूछताछ हो सकती है।
राजस्थान व उत्तरप्रदेश में पेट्रोलपंपों के पेटीएम खातों में करवाते थे रुपए ट्रांसफर
एसओजी में एसपी दिगंत आनंद ने बताया कि गैंग में शामिल ठग इतने शातिर है कि ये जाल में फंस चुके धनी व्यक्तियों के नग्न अवस्था में लड़कियों के साथ बातचीत का फोटो स्क्रीन शॉट खींचकर उसे व्हाट्सएप के जरिए भेज देते थे। फिर इन्हीं फोटोग्राफ्स को उनके रिश्तेदारों को भेजने की धमकियां देकर ब्लैकमेल करते है और लाखों रुपए की डिमांड करते है। इसके लिए गैंग ठगी के जाल में फंसे व्यक्ति को पेटीएम का अकाउंट नंबर देते थे। जिसमें पीड़ित व्यक्ति रुपए ट्रांसफर करता था।
एसपी दिगंत आनंद के मुताबिक प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि जिन पेटीएम खातों में गैंग ने रुपए ट्रांसफर कर निकाले। ये अकाउंट राजस्थान और उत्तरप्रदेश में हाइवे पर मौजूद पेट्राेल पंप फर्म के है। गैंग के लोग इन पंपों के कर्मचारियों को कमीशन के आधार पर रुपयों का लालच देकर अकाउंट नंबरों में पैसे ट्रांसफर कर निकाल लेते थे। बदले में पेट्रोल पंप कर्मचारियों को थोड़े बहुत रुपए दे देते थे।
ये है गिरफ्तार आरोपी
एसओजी के एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि सिविल लाइंस निवासी शरद अग्रवाल ने सायबर थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी। गैंग ने उन्हें भी एक लड़की की फेक आईडी बनाकर इंस्टाग्राम पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी। फिर वीडियो कॉल करने पर मजबूर कर दिया। इसके बाद अश्लील वीडियो पर लड़की का फोटो लगाकर स्क्रीन शॉट खींच लिया और ब्लैकमेल कर मोटी रकम मांगी।
ये फोटो पीड़ित की बहन को भी भेज दिए। तब केस की जांच एसओजी में इंस्पेक्टर संजय आर्य को सौंपी गई। जिन्होंने पड़ताल कर हितेश सैनी (24) व उसके भाई शिवेन सैनी (20), उनके दोस्त ध्रुव गौड़ (20), मोनिश यादव (20) और आशीष उर्फ आनंद मोदी (23) को गिरफ्तार कर लिया। ये सभी विद्याधर नगर जयपुर के रहने वाले है।