साल की पहली कार्यशाला होगी कल
बीकानेर। प्रदेश की सत्ता से बाहर हुई बीजेपी एक बार फिर प्रदेश में सक्रिय होने लगी है। नए साल में पार्टी नया संकल्प लेती दिख रही है और इसके लिए संगठन के सभी 7 अग्रिम मोर्चों की बैठक 3 जनवरी को बुलाई गई है। पार्टी के कार्यकर्ताओं को विचारों की घुट्टी पिलाने के लिए बुलाई बैठक को कार्यशाला का रूप दिया गया है।
तेज सर्दी में भले ही लोग जकडऩ महसूस कर रहे हों लेकिन नए साल की धूप से बीजेपी की प्रदेश इकाई में संगठन की जकड़ कुछ हद तक खुलने लगी है। राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक संगठन को फिर से सक्रिय करते हुए मजबूत करने की कवायद शुरू हो चुकी है। इस कड़ी में पहली बैठक नए साल के पहले गुरुवार को जयपुर में बुलाई गई है।
बीजेपी ने अपने सभी 7 अग्रिम मोर्चों के प्रदेश पदाधिकारियों के साथ ही जिला अध्यक्षों को भी इस बैठक में बुलाया है। बीजेपी के प्रदेश महामंत्री वीरमदेव सिंह के अनुसार विद्याधर नगर के उत्सव गार्डन में होने वाली इस कार्यशाला में संगठन को नई धार देने की कवायद की जाएगी।
ये होंगे बैठक में शामिल
इस बैठक में बीजेपी के सभी सात अग्रिम मोर्चों को बुलाया गया है। मोर्चों के प्रदेश पदाधिकारियों के साथ ही जिला अध्यक्षों को भी बुलाया है। इसके साथ ही मोर्चों में कुछ समितियां बना रखी हैं जिनके सदस्यों को भी इस कार्यशाला के लिए बुलावा भेजा है।
गुरुवार को होने वाली कार्यशाला में 500 से ज्यादा पदाधिकारियों के पहुंचने के आसार हैं। गौरतलब है कि बीजेपी के सात अग्रिम मोर्चों में बीजेपी महिला मोर्चा, जनता युवा मोर्चा, अनुसूचित जाति मोर्चा, अनुसूचित जनजाति मोर्चा, अल्पसंख्यक मोर्चा, बीजेपी किसान मोर्चा, अन्य पिछड़ा वर्ग मोर्चा शामिल है।
इस कार्यशाला के जरिए पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी और नीति नियन्ता अपने मोर्चा पदाधिकारियों को लोकसभा चुनाव के लिए सक्रिय करेंगे।
बीजेपी विधानसभा चुनाव में हारने के बाद अब इस बात की कवायद में जुटी हुई है कि लोकसभा चुनाव में पार्टी को शर्मनाक स्थिति का सामना न करना पड़े। बीजेपी के नेता अब की बार फिर से मोदी का जादू चलने की उम्मीद जता रहे हैं।
राजनीति से जुड़े लोगों के अनुसार प्रदेश महामन्त्री वीरमदेव सिंह का कहना है कि नई कवायद में पार्टी को मजबूत करने के साथ ही दूसरी लाइन को मजबूत करने की कोशिश भी शामिल है। इसके जरिये पार्टी की रीति-नीति को मजबूती से नीचे तक पहुंचाया जाएगा।
इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय सह-संगठन महामन्त्री वी. सतीश और प्रदेश संगठन महामन्त्री चन्द्रशेखर के साथ पार्टी के दूसरे नेता भी मोर्चों के पदाधिकारियों को विचारों की घुट्टी पिलाई जाएगी।