बीकानेर, काेडमदेसर मेले में नालबड़ी के पवन हत्याकांड में फरार दाेनाें आराेपियाें काे पुलिस ने 24 घंटे में गिरफ्तार कर लिया है। आराेपी पेमासर निवासी चुन्नीलाल और कैलाश दोनों की उम्र महज 19 साल है। पवन की हत्या कर आराेपी महाजन फरार हाे गए थे, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। चौंकाने वाला खुलासा ये हुआ है कि पवन के रिश्तेदार चुन्नीलाल ने ही उसकी हत्या की थी, वो भी सिर्फ इसलिए कि चुन्नीलाल को शादी से पहले पवन ने उसकी पत्नी के बारे में जानकारी नहीं दी थी। सीआई विक्रमसिंह ने बताया कि चुन्नीलाल की शादी चार-पांच महीने पहले हुई थी। शादी के बाद चुन्नीलाल के ससुराल वालाें से अनबन थी। मृतक व आराेपी चुन्नीलाल आपस में रिश्ते में भाई और मित्र है। चुन्नीलाल का आरोप था कि पवन को उसकी पत्नी के बारे में शादी से पहले से पता था, फिर भी उसने बताया नहीं। चुन्नीलाल पत्नी से नाराज था। इस कारण दोनों के बीच झगड़ा हुआ। आराेपी ने पवन काे पहले भी जान से मारने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। तभी गुरुवार रात कोडमदेसर पैदल जा रहे पवन को रास्ते से ही चुन्नीलाल व कैलाश ने जबरन बाइक पर बिठा लिया। आराेपी पवन काे शराब पिलाने का झांसा देकर एक प्राइवेट स्कूल के सामने खुले मैदान में ले गए। यहीं पर उसकी चाकूओं से हमला करके हत्या कर दी। बाद में आराेपियाें ने शव खाली प्लॉट में फेंक दिया। पुलिस ने कुछ घंटे की मशक्कत के बाद आराेपी कैलाश और चुन्नीलाल काे गिरफ्तार कर लिया। शनिवार सुबह दाेनाें आराेपियाें काे काेर्ट में पेश किया गया। यहां से उन्हें तीन दिन की रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस टीम में नाल थानाधिकारी विक्रमसिंह, डीएसटी प्रभारी मनाेज शर्मा, रामकरणसिंह, अब्दुल सतार, कानदान, महावीर, साइबर सैल के दीपक, लखविंद्रसिंह, देवेंद्र, महाजन से नंदराम, कुलदीप, विकास, राजेंद्र कुमार, विनाेद शामिल थे।