बीकानेर। जहां एक और स्वास्थ्य विभाग वे जिला प्रशासन कोरोना की चैन तोडऩे में रात दिन लगे हुए वही उनके ही कर्मचारी उनकी इस मेहनत पर पूरी तरह पानी फेरने में लगे हुए है। एक का मामला बीकानरे में सामने आए है जहां एक डॉक्टर ने अपने रिपोर्ट करवाने के बाद भी मरीजों को देखते रहे और सबसे बड़ी बात की सीएमएचओ ऑफिस में मीटिग में भी शामिल हो गये और किसी को यह जानकारी नहीं दी कि मैने कोरोना की जांच करवाई है। जब कोरोना रिपोर्ट आई तो डॉक्टर साहब कोरोना पॉजिटिव निकले जैसे ही यह जानकारी अस्पताल के कर्मचारियों व सीएमएचओ को मिली तो हड़कंप मच गया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भुजिया बाजार स्थित 2 नं. डिस्पेंसरी में कार्यरत डॉ. अंनत गोयल ने अपनी कोरोना जांच करवाई लेकिन यह बात उन्होंने किसी से नहीं कही और सोमवार को सुबह वह अस्पताल पहुंच गये और वहां पर उन्होने करीब 100 से ऊपर मरीजों को देखा व अस्पताल के कर्मचारियों के साथ रहे और बाद में सीएमएचओ ऑफिस में मीटिंग में भी शामिल हुए जहां पर भी 50 से अधिक कर्मचारी व अधिकारी मौजूद थे। लेकिन जब कोरोना की रिपोर्ट आई तो डॉक्टर गोयल कोरोना पॉजिटिव निकले। जब इसकी जानकारी अस्पताल में कार्यरत कर्मचारी व सीएमएचओ के ऑफिस में हड़कंप मच गया।
इनका कहना है
डॉ. अंनत गोयल की घोर लापरवाही रही उन्होंने कोरोना की जांच करवाने के बाद भी मरीजों को देखते रहे और मीटिंग में शामिल होकर सभी की जिंदगी को खतरे में डाला है। उनकी लापरवाही को ध्यान में रखते हुए डॉ. गोयल को कारण बताओं नोटिस जारी किया है।
सीएमएचओ डॉ. बी.एल.मीणा