बीकानेर। जिले के श्रीडूंगरगढ़ थाना क्षेत्र में सुबह एक हादसे में एक युवक का सिर धड़ से कट कर अलग हो गया और उससे थोड़ी दूर ही उसका हाथ कटा हुआ दिखा। मौत का ऐसा मंजर कि देखने वाले रुह कांप जाए। ऐसा भयावह मंजर देखने को मिला श्रीडूंगरगढ़ रेलवे स्टेशन से दो किलोमीटर दूर रेलवे पटरियों पर। हादसे वाली जगह पहुंचने वाले एसआई लाल बहादूर मीणा ने बताया कि गांव ऊपनी निवासी 22 वर्षीय युवक भगवान गोदारा ने ट्रेन के आगे सोकर अपनी जान दे दी। मौके का मंजर ऐसा था कि कोई देख ले तो आत्महत्या जैसा कदम उठाने के लिए विचार भी ना करें। भगवान गोदारा कई दिनों से मानसिक रूप से परेशान था एवं पिछले दो तीन दिनों से लगातार शराब का अत्यधिक सेवन कर रहा था। वह गुरूवार शाम को अपने घर से अपनी बाईक पर बिना किसी को बताए निकल गया था। ऊपनी से बाईक पर ही श्रीडूंगरगढ़ आया एवं श्रीडूंगरगढ़ रेलवे फाटक से कच्चे रास्ते होते हुए पटरियों के बराबर करीब दो किलोमीटर तक बाईक पर ही गया। श्रीडूंगरगढ़ रेलवे स्टेशन से करीब दो किलोमीटर की दूरी पर जाकर वह रूक गया एवं बाईक को वहीं पर खड़ी कर पटरियों पर सो गया। माना जा रहा है कि रात को 12.15 बजे यहां से गुजरने वाली बीकानेर-दिल्ली सवारी गाड़ी से वह कट गया। बाद में रात को करीब 3 बजे वहां से गुजरी एक मालगाड़ी के ड्राईवर ने शव को पटरियों पर पड़े देखा तो स्टेशन मास्टर को सूचना दी। इस पर स्टेशन मास्टर ने गैंगमेन को मौके पर भेजा एवं पुलिस को भी सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मृतक के शव को समेटा एवं राजकीय चिकित्सालया लाकर उसका पोस्टमार्टम करवाया। इस संबध में मृतक के चाचा किशनलाल गोदारा ने मर्ग दर्ज करवाई है।
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