बीकानेर। रीट परीक्षा में नकल का सामान दिल्ली से खरीदने के कारण मामला अब अंतरराज्जयीय स्तर पर पहुंच गया है। पटवार परीक्षा में भी नकल का जखीरा पकड़ा गया था। इसलिए एसओजी ने भी अपनी नजर बीकानेर पर टिका दी है। नकल प्रकरण में तीन लोगों से पूछताछ की खबर आई है। रीट परीक्षा में नकल का सरगना तुलसाराम और लूणकरणसर का सेंटर इंचार्ज राजाराम एसओजी के रडार पर है। नकल कराने के लिए दोनों के बीच 25 लाख में पेपर की डील हुई थी। राजाराम के कॉलेज और स्कूल को रीट परीक्षा में से ंटर बनाया गया था। इसे लेकर कॉलेज शिक्षा विभाग की प्रक्रिया सवालों के घेरे में है। एसओजी ने इसे गंभीरता से लिया है तथा लूणकरणसर में छानबीन शुरू की है। बताया जा रहा है कि नकल के मामले में कुछ व्यक्तियों से पूछताछ की गई है। हालांकि एसओजी के एडीजी अशोक राठौड़ का कहना है कि फिलहाल किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।दरअसल प्रदेश में बीकानेर सहित दौसा, जयपुर, अजमेर, सीकर, भरतपुर और जोधपुर में रीट परीक्षा के दौरान नकल केमामले दर्ज हुए थे। इनमें अब तक 18 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। अकेले बीकानेर में ही सबसे ज्यादा 11 आरोपीपकड़े जा चुके हैं। सबसे खास बात ये है कि चप्पल में ब्लूटूथ डिवाइस लगाने वाला दिल्ली का इंजीनियर भी बीकानेर पुलिस ने ही पकड़ा है। इस वजह से एसओजी बीकानेर के प्रकरण की पड़ताल कर कुछ और अहम सुराग जुटाने की कोशिश में है।तुलसाराम की आरपीएस पत्नी से भी पूछताछ हो सकती है।
रीट परीक्षा में नकल का सरगना तुलसाराम तो पकड़ा गया, लेकिन पटवार परीक्षा में नकल गैंग का सरगना उसका भतीजापौरव कालेर अब तक फरार है। इस मामले में पुलिस अब तक पौरव की पत्नी भावना सहित तीन जनों को ही गिरफ्तार करपाई है। पौरव के घर से नकल का जखीरा बरामद होने के कारण एसओजी भी इस मामले पर नजर रखे हुए हैं।