बीकानेर, मानसून की विदाई का समय आखिर आ ही गया। 78 दिन मानसून जमकर बरसा। इस दाैरान 27 रेनी डे में 344 एमएम बारिश हुई। मानसून की विदाई मंगलवार से शुरू हा़े जाएगी। लोगों को उम्मीद है कि इस साल की तरह अगले साल भी समय पर मानसून वापस लौटेगा। इस साल दाे जुलाई काे मानसून बीकानेर पहुंचा लेकिन उससे पहले प्री-मानसून की बारिश भी पूरे जिले काे सराबाेर कर चुकी थी। जून में पांच रेनी डे रहे और 63.5 एमएम बारिश हुई। जाे सामान्य से ज्यादा रही। सिर्फ सितंबर में एक रेनी डे और तीन एमएम बारिश ही हुई बावजूद इसके इस साल सामान्य से 82 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई। सर्वाधिक बारिश जुलाई में 187 एमएम हुई। वैसे ताे मानसून सीजन में 228 एमएम बारिश बीकानेर में हाेनी चाहिए जिसका काेटा जुलाई में ही पूरा हा़े गया था। लेकिन उसके बाद भी लगातार बारिश का दौर रहा। अकेले बीकानेर शहर में 344 एमएम बारिश हुई। अब मंगलवार से राजस्थान, पंजाब और गुजरात से मानसून की विदाई शुरू हो जाएगी। इसलिए अब बारिश की कोई संभावना नहीं है। मौसम विभाग ने अपने आंकलन में भी स्पष्ट किया कि अब आने वाले दिनों में मानसून की बारिश नहीं होगी। अब बारिश पश्चिमी विक्षोभ के कारण ही होगी। हालांकि पूर्वी राजस्थान में बारिश पांच दिन और होने के आसार हैं।
पूरे जिले का हिसाब-किताब
- मानसून सीजन में अब तक 241 एमएम बारिश हाेनी चाहिए जिसके बदले 441 एमएम बारिश हुई है। यानी सामान्य से 82.5 प्रतिशत ज्यादा। पिछले साल 225 एमएम बारिश ही हुई थी। बीकानेर शहर में औसत बारिश तो 345 एमएम हुई।
- तहसीलों में बज्जू में 364, बीकानेर में 373, छत्तरगढ़ में 359,श्रीडूंगरगढ़ में 696,खाजूवाला में 529, काेलायत में 370, लूणकरणसर में 370, नोखा में 414 और पूगल में 494 एमएम बारिश दर्ज की गई। तहसीलाें में श्रीडूंगरगढ़ में सबसे ज्यादा और छत्तरगढ़ में सबसे कम बारिश हुई।
पूरे मानसून में 27 रेन-डे, 344 एमएम बारिश
माह रेनी-डे कुल बारिश सर्वाधिक बारिश (MM में)
पूरे मानसून 27 344 एमएम 10 जुलाई 63.5 एमएम
जून 5 52.1 एमएम 14 जून 17.6 एमएम
जुलाई 13 187 एमएम 10 जुलाई 63.5 एमएम
अगस्त 9 102 एमएम 8 अगस्त 48 एमएम
सितंबर 1 3 एमएम अभी तक नहीं