बीकानेर. उत्तरी राजस्थान सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड (उरमूल डेयरी) एक बार फिर से चर्चा में है। यह चर्चा गलत वजहों से है। दरअसल, उरमूल डेयरी के अध्यक्ष नोपाराम को मंगलवार को अचानक उनके पद से बर्खास्त कर दिया गया। यह कार्रवाई जयपुर से हुई। इस कार्रवाई के बाद देर रात तक पूरे प्रकरण को लेकर बीकानेर के शहरी क्षेत्रों में ही नहीं, ग्रामीण इलाकों में भी चर्चाएं जारी रहीं। बताया जाता है कि नोपाराम की बर्खास्तगी के पीछे उनकी ओर से दिए गए शपथ पत्र में गलत जानकारी देने की बात सामने आ रही है। बहरहाल, मंगलवार शाम को उरमूल डेयरी के अध्यक्ष नोपाराम को मंगलवार को पद से अयोग्य घोषित करते हुए बर्खास्त कर देने की खबर सामने आई। राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन लिमिटेड प्रशासक आइएएस सुषमा अरोड़ा ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। बताया जाता है कि आइएएस अरोड़ा के पास नोपाराम के खिलाफ तीसरी संतान होने के बावजूद गलत शपथ पत्र देकर पद पर निर्वाचित होने का प्रकरण काफी लंबे समय से विचाराधीन था। जानकारी के मुताबिक यह वाद 24 नवम्बर 2021 को नोखा निवासी बंशीलाल ने सहकारी सोसायटी के समक्ष नोपाराम के खिलाफ दायर कराया था। बताया जाता है कि जांच प्रक्रिया के चले लंबे दौर के बाद मंगलवार को आईएएस अरोड़ा ने राजस्थान सहकारी सोसायटी अधिनियम 2001 की धारा 28 (13) के तहत प्राप्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए राजीवनगर दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति लिमिटेड अध्यक्ष तथा उरमूल बीकानेर संचालक मंडल सदस्य एवं अध्यक्ष नोपाराम पुत्र हरजीराम को पद से अयोग्य घोषित कर दिया है। इसी के साथ उनकी बर्खास्तगी का भी आदेश जारी कर दिया।