बीकानेर, जिला कलेक्टर कार्यालय के आगे बीकानेर की प्रथम नागरिक का चल रहा धरना महज एक नौटंकी है अपनी विफलताओं को छुपाने और साधारण सभा से बचने का एक प्रयास है महापौर का धरना जिसको में सिरे से खारिज करता हु और महापौर से आग्रह करता हु की जनता को भ्रमित करने की बजाय सदन में आकर सवालों का जवाब दे  महापौर ने जब स्वय सबसे पहले 12 अगस्त का साधारण सभा का नोटिस जारी किया तो क्या केंद्रीय मंत्री की इजाजत नहीं ली थी अगर नही ली थी तो सविधान की धजिया महापौर ने स्वय उड़ाई है उसका दोष जा मंत्री डॉक्टर कल्ला या आयुक्त पर कैसे लगा रही है और अगर केंद्रीय मंत्री को पूछकर महापौर ने साधारण सभा का नोटिस जारी किया तो फिर आरोप कैसा क्योंकि मालिक तो निगम की महापौर है उन्होंने इजाजत ले ली फिर काहे का हंगामा असल में भाजपा या उनके नेताओं को विकास करवाना या विकास की बात पर जवाब देना आता ही नहीं क्योंकि आज तक भाजपा के लोग विकास के नाम से मुंह फेरते आए है और यही हालात पिछले 8 सालो से नगर निगम बीकानेर के है भाजपा नेतृत्व का बोर्ड अपनी सरकार में भी काम नही करवा पता और अभी कांग्रेस की सरकार है तो जन के लिए किए गए फैसलों से बचने के लिए निगम का बोर्ड कार्य नही कर रहा क्योंकि इसका श्रेय कांग्रेस को चला जाएगा जानबूझकर निगम महापौर द्वारा प्रशासन शहरो के संग अभियान की  धाजिया उड़ाई गई लोगो को घर के पट्टे जानबूझकर नही दिए गए वरना जनता अशोक गहलोत और कांग्रेस कि वाह वाही करती जो भाजपा कभी भी बर्दास्त नही कर सकती इसके लिए वो हर वो ओछे हथकंडे अपनाती है जिससे खुद तो बची रही आरोप कांग्रेस पर लगाती रहे अभी भी यही नौटंकी हो रही है महापौर महोदया आपने बैठक बुलाई है अब आप ही क्यों भाग रही है किस बात से डर रही है की पार्षदों का जवाब कैसे देगी अगर आप में इतनी ही ताकत है इतना ही चेलेंज करने का शौक है तो आइए सदन में जवाब दीजिए जनता को की पिछले तीन साल आप क्यों नाकाम रही आरोप से बचने के लिए आरोप लगाना बहुत आसन है बहुत मुस्किल है अपने पर लगे आरोपों का जवाब देना साधारण सभा से भागने के उपाय खोजने की बजाय सदन में जनता के सवालो के समस्याओं के समाधान के उपाय खोजिए और धरने की नौटंकी बंद कीजिए