बीकानेर, नगर निगम आयुक्त पर अब तक तो मेयर ने पट्टों की गलत जानकारी देने और साधारण सभा स्थगित करने वाले मामले में झूठा जवाब देने का आरोप लगाया था लेकिन अब कलेक्टर ने निगम आयुक्त को संपर्क पोर्टल पर गलत जानकारी देने के लिए नोटिस जारी किया है। ये गंभीर मामला इसलिए भी है क्योंकि संपर्क पोर्टल का मामला सीधे मुख्यमंत्री से जुड़ा है। परिवादी के.पी. शर्मा ने वार्ड 47 में गांधी प्याऊ के पास एक जनसमस्या संपर्क पोर्टल पर अपलोड की। 20 जुलाई काे मामला नगर निगम आयुक्त काे साैंपा गया। आयुक्त ने पोर्टल पर काम पूरा हाेने का दावा कर दिया। परिवादी ने कलेक्टर काे शिकायत की लेकिन काेई कार्रवाई नहीं हुई। कलेक्टर ने निरीक्षण कराया ताे परिवादी की बात सही निकली। ठीक ऐसा ही एक और केस सामने आया । उसमें भी प्रशासन ने क्राॅस चेक कराया। निगम की ओर से दी गई जानकारी गलत पाई गई। इसको लेकर कलेक्टर ने नगर निगम आयुक्त गोपालराम बिरदा को दो नाेटिस जारी कर पांच दिन के भीतर जवाब मांगा। चेतावनी दी अगर दुबारा ऐसी गलत जानकारी दी ताे राजस्थान सिविल सेवा अधिनियम 1958 के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। चूंकि संपर्क पोर्टल सीधे मुख्यमंत्री से जुड़ा है। जब स्थानीय स्तर पर आमजन की सुनवाई नहीं होती तो लोग सीएम तक अपनी बात पहुंचाने के लिए संपर्क पोर्टल पर शिकायत करते हैं। ऐसी शिकायतों की कई स्तर पर समीक्षा होती है। कई कलेक्टर तो संपर्क पोर्टल की शिकायतें दूर ना करने के कारण हटाए जा चुके हैं। ऐसे में निगम आयुक्त की ये जानकारी ने पूरे प्रशासन को हिला दिया है।

पट्टा प्रकरण में गलत जानकारी अपलाेड की
आयुक्त पर पट्टा बनाने की गलत जानकारी यूडीएच की वेबसाइट पर अपलाेड करने का आराेप लगा था। मेयर ने वाे मुद्दा उठाया था। चूंकि सरकार कांग्रेस की और मेयर भाजपा की इसलिए मामला राजनीति में उलझ गया था। आज भी पट्टाें की वही जानकारी अपलाेड है।

साधारण सभा प्रकरण : हाल ही में 27 मई काे हुई साधारण सभा का भी प्रकरण सामने अाया। यूडीएच की लीगल शाखा ने एक जांच के मामले में पूछा कि 27 काे बैठक हुई या नहीं। बैठक हुई थी लेकिन आयुक्त ने उसे स्थगित हाेने का जवाब यूडीएच काे भेज दिया।