बीकानेर। होली के मौके पर बीकानेर शहर में चंग पर धमाल की परम्परा है। आज भी होली के रसिक प्रेमी बसंत पंचमी से ही चंग पर धमाल गीत शुरू कर देते हैं। जस्सूसर गेट के अंदर धमाल गीतों के स्वरों में जगदम्बा मंडल के चंग वादक धमाल गीतों की प्रस्तुतियां दे रहे है। मंडल से जुड़े सत्यनारायण प्रजापत के अनुसार हर साल मुख्यतौर पर चंग पर ‘देवर म्हारो रे, गेहरो तपियो रे राज गंगासिंह रो…सरीखे पारम्परिक धमाल गीत गाये जाते है। ज्ञात रहे जस्सूसर गेट के अंदर चंग पर धमाल बसंत पंचमी से ही शुरू हो गई थी, यह क्रम पूरे चालीस दिन चलता है।
रात गहराने के साथ ही यहां पर चंग के साथ सत्यनारायण प्रजापत, प्रभु दयाल पुरोहित, लाधुराम जाट, अशोक बोहरा, पंकज बिस्सा, मुकेश श्रीमाली, शिव प्रजापत, सौरभ श्रीमाली, कालू महाराज, मनोज मुंधड़ा के द्वारा गाये जाने वाले धमाल गीतों को सुनने के लिए होली के मस्तानों की टोलियां पहुँचती है।