कोविड-19 मरीजों की सुविधा हेतु किए गए अतिरिक्त प्रयासों से बढ़ी क्षमता
डॉ कल्ला ने मेडिकल कॉलेज प्राचार्य से ली व्यवस्थाओं की जानकारी, दिए निर्देश

देवेंद्र वाणी न्यूज़,बीकानेर। पीबीएम अस्पतााल में ऑक्सीजन बेड की उपलब्धता 15 से बढ़कर 800 बैड तक हो गई है। ऊर्जा एवं जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ बी डी कल्ला ने शनिवार को प्राचार्य मेडिकल कॉलेज से बात कर पीबीएम अस्पताल में व्यवस्थाओं की जानकारी लेने के बाद यह बात कही। डॉ कल्ला ने कोविड-19 मरीजों की संख्या, उपचार, साफ-सफाई व्यवस्थाएं, दवाइयों के  स्टॉक आदि की भी जानकारी ली और स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रत्येक व्यक्ति को रेमिसीडीवियर सहित सभी आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं और एंटीबायोटिक उपलब्ध हो। उन्होंने कहा  कि राज्य सरकार की प्राथमिकता के आधार पर स्वास्थ्य सुविधाओं का विशेष ध्यान रखते हुए सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज से संबद्ध पीबीएम व अन्य अस्पतालों में अब ऑक्सीजन मय 800 बैड उपलब्धध् हैैं। कोरोना संक्रमण की गंभीर परिस्थितियों इस सुविधा सेे मरीजों को विशेष लाभ मिल सका है। उन्होंने बताया कि इनमें से 700 आॅक्सीजनमय बैड कोरोना मरीजों के लिए तथा 100 बेड पर  आॅक्सीजन सुविधा अन्य मरीजों के लिए उपलब्ध है। डॉ कल्ला ने कहा कि वर्तमान में कोविड-19 मरीजों की संख्या में लगातार कमी आई है। कुछ दिन पहले जहा 600 रोगी प्रतिदिन मिल रहे थे वही अब रोजाना 20 से 30 पॉजिटिव आ रहे हैं।
अस्पताल अधीक्षक को दिए सफाई व्यवस्था चाक-चैबंद रखने के निर्देश

डॉ कल्ला ने  पीबीएम अस्पताल अधीक्षक डॉ परमिंदर सिरोही को अस्पताल में साफ सफाई व्यवस्था, दुरुस्त रखने के निर्देश देते हुए कहा कि बाथरूम आदि की आवश्यकता अनुसार मरम्मत करवाई जाए। ऑपरेशन थिएटर पूरी तरह से स्टेरलाइज्ड हो , यह भी सुनिश्चित किया जाए।

अस्पताल को पानी सप्लाई के लिए दो अतिरिक्त ट्यूबवल की स्वीकृति
पीएचईडी मंत्री ने पीबीएम अस्पताल में 24 घंटे पानी आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 2 अतिरिक्त ट्यूबवेल शीघ्र स्वीकृत करने के निर्देश दिए। पीएचईडी अभियंता को इस संबंध में निर्देश देते हुए डॉ कल्ला ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में अस्पताल में पानी बिजली जैसी सुविधाओं को लेकर कोई बाधा नहीं आनी चाहिए। नयी स्कीम में भी पीबीएम को पानी मिले यह सुनिश्चित किया जाए।

आमजन से की सहयोग की अपील
ऊर्जा मंत्री ने अस्पताल पहुंचने वाले रोगियों और उनके परिजनों से अस्पताल की साफ सफाई और समस्त व्यवस्थाएं सुचारू बनाए रखने में सहयोग करने की अपील की।उन्होंने कहा कि रोगी और परिजन इस बात का विशेष ध्यान रखें कि समस्त कचरा पॉलिथीन, गाज आदि डस्टबिन में ही डालें , तभी अस्पताल में सफाई व्यवस्था बनी रहेगी।उन्होंने कहा कि आमजन के सहयोग के बिना सफाई कार्य को उचित स्तर का नहीं रखा जा सकता। आम आदमी अपनी भूमिका को समझें और अस्पताल प्रशासन के साथ सहयोग करें।
कांटेक्ट  टसिंग प्रभावी करने के निर्देश
वर्तमान में जिले में प्रतिदिन 1200से 1500 सैंपल की कोरोना जांच की जा रही है।  टेस्ट और सैंपल  सुविधा को और बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।  डा कल्ला ने कोरोना संक्रमण का खतरा कम से कम हो इसके लिए कांटेक्ट  टर्सिंग  को भी प्रभावी बनाने के लिए निर्देश दिए।