राजस्थान में एक्टिव मानसून से कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। पश्चिमी राजस्थान के जिले इसमें सबसे अधिक प्रभावित हैं। जोधपुर सहित जैसलमेर, पाली, नागौर में तेज बारिश ने लोगों की परेशानी काफी बढ़ा दी है। जोधपुर में बरसात के कारण दो दिन में 7 लोगों की जान गई है। यहां बीते 15 साल में सबसे अधिक बारिश हुई है। मौसम केंद्र के अनुसार 28 जुलाई को भी मानसून का असर प्रदेश के 10 जिलों में सबसे अधिक रहेगा। इनमें ​​​​28 जुलाई को अजमेर, अलवर, जयपुर, झुंझुनूं, सीकर, बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, नागौर और श्रीगंगानगर जिलों में कहीं-कहीं मध्यम से तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं, 29 से 31 जुलाई तक प्रदेश में बारिश होने की संभावना कम है। राजस्थान में सबसे ज्यादा बरसात पिछले 24 घंटे के दौरान जालोर जिले में हुई, जहां 9 इंच से ज्यादा पानी बरसा। यहां भीनमाल में भी तेज बारिश के बाद रोपसी नदी को पार करते तेज बहाव में एक कार बह गई, जिसमें सवार 2 लोगों को ग्रामीणों और पुलिस की मदद से सुरक्षित निकाला गया। नागौर के मेड़ता सिटी में भी 188MM बारिश के बाद कई इलाकों में पानी भर गया। पाली के रानी, सरदार समंद, बाली, सोजत में अच्छी बरसात के बाद जवाई बांध और हेमावास बांध का गेज भी बढ़ गया।

बहने लगी त्रिवेणी नदी
राजस्थान में इस बार जुलाई के महीने में अच्छी बारिश का नतीजा रहा कि बांधों में पानी की अच्छी आवक हो गई। मानसून से पहले सूखे पड़े जवाई (पाली) बांध का गेज बढ़कर 7 मीटर से ऊपर चला गया है। वहीं बीसलपुर बांध जिसमें 30 जून तक गेज 309.11 आरएल मीटर था, वह बढ़कर अब 310.18 आरएल मीटर से ऊपर चला गया है। त्रिवेणी नदी भी कल देर शाम से बहनी शुरू हो गई और नदी का गेज 4.5 मीटर चल रहा है, ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि बांध का गेज अगले 24 घंटे के दौरान 20 से 25 सेमी. और बढ़ सकता है।