बीकानेर। कोरोना वायरस को लेकर लॉक डाउन में बाजार पूरी तरह बंद है और पुलिस, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों सहित कई अधिकारी काम में जुटे हैं। जो 12 से 18 घंटे तक ड्यूटी कर रहे हैं। लॉक डाउन के कारण स्लम बस्तियों में रहने वाले गरीब परिवारों के लिए राशन की भी किल्लत पैदा हो गई है। इस स्थिति को देखते हुए शहर के योद्धाओं ने समाजसेवी संस्थाओं के बैनर तले राहत कार्य शुरू कर दिए हैं। अधिवक्ता सेवा केन्द्र की ओर से राहत सामग्री के वितरण सेवा की शुरूआत जिला एवं सत्र न्यायाधीश मदनलाल भाटी द्वारा खाद्य आपूर्ति सेवा वाहन को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया तथा भाटी ने अधिवक्ताओं के इस कार्य की प्रशंसा की एवं अन्य के लिए इसे प्रेरणादायक बताया। बार अध्यक्ष अजय पुरोहित ने कहा कि ऐसी विषम परिस्थिति में केंद्र सरकार , राज्य सरकार व भामाशाहों के द्वारा बहुत सराहनीय कार्य किया जा रहा है , इसके बावजूद भी कोई भी व्यक्ति भूखा न सोये के मद्देनजर यह निर्णय लिया है कि खाध्य सामग्री जरूरतमंद के निवास तक पंहुचायी जायेगी ।अधिवक्ता सेवा केन्द्र कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से लडऩे के लिये माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पूरे भारत में सम्पूण लाकडाउन की घोषणा के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा ऐसी संकट की घङी मे देश के हित को ध्यान मे रखते हुए आमजन को खुद को सुरक्षित रखने के साथ साथ महामारी से देश की सुरक्षा के लिये 21 दिन के क्वारंटाईन करने के निर्णय के बाद प्रशासन तथा भामाशाहो द्वारा मजबूर तथा असहायजन के लिये उचित खाने की व्यवस्था जगह जगह पर की गई है। इसी क्रम में अधिवक्तागण भी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे है, इसी को आगे बढाने के क्रम में ” अधिवक्ता सेवा केन्द्र ” बना कर ‘ कोरोना ‘ से सामना करने हेतु असहाय व मजबूर की सहायता करने का निर्णय लिया है। बीकानेर में कोई आवश्यक खाने से वंचित न रहे इसी उद्देश्य से निम्न खाधान्न सामग्री का पैकेट जरुरतमंद तक पंहुचाने का लक्ष्य रखा है। जरूरतमंद व्यक्ति निम्न फोन नंबर पर बात कर सकते हैं ।