श्रीगंगानगर। जिले के घड़साना इलाके में मिले एक यंत्र ने ग्रामीणों की नींद उड़ा दी। यह यंत्र मौसम विभाग के लिए विंड स्पीड, डायरेक्शन, टेम्प्रेचर, ह्यूमेडिटी आदि नापने के लिए उपयोग होता है। ऐसा ही एक यंत्र शुक्रवार देर शाम जिले के घड़साना इलाके में गांव बारह केडब्ल्यूएम के एक खेत में जा गिरा। आसपास के लोगों ने देखा तो उसकी सूचना मौसम विभाग को दी। हालांकि अब तक मौसम विभाग ने इस यंत्र को लिया नहीं है लेकिन विभाग के अधिकारी मानते हैं कि यह विभाग का हवा की स्पीड मापने का यंत्र है।
कहां से छोड़ा अनुमान नहीं
यह यंत्र मिला तो घड़साना इलाके में है लेकिन इसे छोड़ा कहां से गया है इसके बारे में कोई अनुमान नहीं है। श्रीगंगानगर के वेदर राडार स्टेशन में कुछ समय पहले तक इस तरह के यंत्र छोडऩे की व्यवस्था थी लेकिन अब ऐसा नहीं है। यह श्रीगंगानगर से इतर किसी डब्ल्यूआरएस यानी वेदर राडार स्टेशन से छोड़ा हो सकता है। हालांकि अब भी पुलिस इस मामले में जांच कर रही है और मौसम विभाग के अधिकारियों से लगातार पूछताछ कर रही है।
हाइड्रोजन बैलून से बंधा होता है यह यंत्र
मौसम विभाग के अधिकारी बताते हैं कि यह यंत्र जब हवा की स्पीड, तापमान आदि मापने के लिए उड़ाया जाता है तो इसमें हाइड्रोजन गैस का बैलून बांधा जाता है। ज्यादा ऊंचाई पर यह बैलून दबाव सहन नहीं कर पाता और फट जाने के कारण जमीन पर आ गिरता है। इस बैलून में ट्रांसमीटर और रिसीवर भी लगा होता है। ऐसे में जहां से इसे छोड़ा जाता है वहां यह मैसेज भी भेजता है। इस मामले में मौसम विभाग के अधिकारियों से पूछताछ की जा रही है। हालांकि अब भी इसे छोडऩे के स्थान और उद्देश्य को लेकर स्थित स्पष्ट नहीं हो पाई है। इससे पहले शुक्रवार को घड़साना के गांव बारह केडब्ल्यूएम में यह यंत्र मिलने के बाद हडक़ंप मच गया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने यंत्र कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।