बीकानेर। शहर में परंपराओं से हटकर बेटियों ने अपने पिता को मुखाग्नि देकर उनका अंतिम संस्कार किया। मृतक का कोई बेटा नहीं था बल्कि दो बेटियां ही थीं। बुधवार को बीकानेर के समाजसेवी व ब्राह्मण नेता के.के. शर्मा की हृदयाघात से मृत्यु हो गई थी। गुरुवार सुबह उनकी दोनों पुत्रियों ने अंतिम संस्कार किया। बीकानेर ब्राह्मण समाज के संभागीय अध्यक्ष देवेन्द्र सारस्वत ने बताया कि बड़ी बेटी गजल शर्मा ने अपनी छोटी बहन लावण्या शर्मा के साथ मिलकर अपने पिता को मुखाग्नि दी, अर्थी को कांधा दिया तथा अंतिम संस्कार भी किया।
दिवंगत कृष्ण कुमार शर्मा की पत्नी कवियत्री मोनिका गौड़ ने बताया कि ससूर रविकांत शर्मा तथा पिता एडवोकेट जगदीश प्रसाद गौड़ तथा दिवंगत पति की इच्छापूर्ण करते हुए रतन ज्योति संस्थान की सहायता से नेत्रदान करवाये गये। मोनिका गौड़ ने बताया कि दिवंगत के के शर्मा जीवनपर्यंत समाज की सेवा को समर्पित रहे। उनके द्वारा गोद लेकर परशुराम सर्किल में किये गये सौन्दर्यकरण को समाज सदैव याद रखेगा।
देवेन्द्र सारस्वत ने बताया कि अंतिम यात्रा में पूर्व मंत्री राजकुमार रिणवा, नगर विकास न्यास पूर्व अध्यक्ष महावीर रांका, उपमहापौर अशोक आचार्य, भाजपा शहर जिलाध्यक्ष सत्यप्रकाश आचार्य, पार्षद भगवतीप्रसाद गौड़, पार्षद राजेन्द्र शर्मा, युधिष्ठिरसिंह भाटी, कुलदीप शर्मा, सरपंच परमेश्वरलाल सारस्वा, वाईके शर्मा, योगेंद्र दाधीच, भगवानदेव सारस्वत, रामजीवन व्यास, सारस्वत, बसंत ओझा, कार्तिक गुप्ता, धनंजय सारस्वत, दिनेश शर्मा, किशन पांडे, हंसराज सारस्वा, डॉ मोहनलाल जाजड़ा, रामनिवास खांतडिया, जगदीशप्रसाद गुरावा, काशीराम कायल, दिनेश जस्सू नोखा तथा राजकुमार गुरावा बेरासर सहित सैकड़ों की संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित हुए।