जालोर के सायला उपखंड क्षेत्र के पोषाणा गांव में गुरुवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। राजकीय विद्यालय के निर्माण कार्य के दौरान दीवार ढहने से चार मजदूर मलबे में दब गए। इस हादसे में तीन मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गया।

डिप्टी एसपी गौतम जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही सायला पुलिस मौके पर पहुंची। स्थानीय ग्रामीणों और पुलिस ने मिलकर मलबा हटाया और दबे मजदूरों को बाहर निकाला। मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं और घायल मजदूर को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। हादसे के बाद गांव में शोक की लहर है।

लापरवाही बनी मजदूरों की मौत का कारण

कंस्ट्रक्शन साइट्स पर सुरक्षा नियमों की अनदेखी से मजदूरों की मौत के मामले बढ़ते जा रहे हैं। यह घटना फिर से उन सवालों को उठाती है जो निर्माण स्थलों पर सुरक्षा उपायों और उपकरणों की अनुपलब्धता को लेकर हैं।

हाल ही में पटना में भी मेट्रो टनल निर्माण के दौरान बड़ा हादसा हुआ था। वहां ब्रेक फेल होने के कारण एक लोको पिक-अप तीन मजदूरों पर चढ़ गई थी, जिसमें दो की मौत हो गई थी और कई घायल हो गए थे। इन घटनाओं से यह साफ है कि कंस्ट्रक्शन साइट्स पर काम करने वाले मजदूरों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।

पुलिस मामले की जांच कर रही है। प्रशासन ने हादसे के कारणों की जांच का आश्वासन दिया है।