जयपुर। राजस्थान पुलिस के वर्तमान डीजीपी एमएल लाठर आज सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इस मौके पर आरपीए और पुलिस मुख्यालय में विदाई कार्यक्रम चल रहे हैं। पुलिस लाइन में पासिंग आउड परेड से लेकर अन्य कई कार्यक्रम उनके सम्मान में आयोजित किए जा रहे हैं। लाठर दोपहर करीब सवा दो बजे डीजीपी का चार्ज उमेश मिश्रा को देंगे। इसके बाद विदाई कार्यक्रम होगा। डीजीपी उमेश मिश्रा राजस्थान पुलिस के 35वें डीजीपी कहलाएंगे। इससे पहले लाठर और अन्य सीनियर अफसरों के लिए पुलिस कमिश्नरेट में बुधवार रात डिनर का आयोजन किया गया था। डीजीपी मिश्रा के सामने सात सबसे बड़ी चुनौतियां होगी और उनमें से सबसे पहले नंबर पर अगले साल होने वाले विधानसभा इलेक्शन हैं।

डीजी इंटेलिजेंस रहने का मिलेगा फायदा

उमेश मिश्रा एडीजी और डीजी इंटेलिजेंस के पद पर काफी समय निकाल चुके हैं। वह हर जिले के एसपी से लेकर आईजी और एडीजी के बारे में पूरी जानकारी रखते हैं। डीजी इंट होने के नाते उन्हे पता है कि फिल्ड में लगे हुए पुलिस अधीक्षक कैसा काम कर रहे हैं। इस लिए मिश्रा से उम्मीद की जा रही हैं कि हार्ड वर्किंग वाले ऑफिसर को आने वाले समय में फिल्ड का मौका देंगे। जिससे की प्रदेश में पुलिसिंग का इस्तर और अधिक अच्छा हो सके। डीजी इंटेलिजेंस रहते हुए मिश्रा को पूरी जानकारी है कि सरकार को क्या चाहिए। इस लिए डीजीपी के पद पर रहते हुए मिश्रा को अधिक परेशानी नहीं होने वाली। वहीं सम्भावना जताई जा रही है कि नॉन एक्टिव अफसरों को फिल्ड से जल्द हटा दिया जाएगा।

डीजीपी उमेश मिश्रा के लिए चुनौती
डीजीपी उमेश मिश्रा के सामने आने वाले समय में कई चुनौतियां होंगी। इन में सात मुख्य चुनौती हैं। जिन पर डीजीपी को काम करना हैं। पहले नंबर की चुनौती होगी अगले साल होने वाले विधानसभा इलेक्शन। इलेक्शन में हवाला का पैसा,अवैध गतिविधियां,लॉ एंड ऑर्डर मुख्य चुनौती होगी। दूसरी सबसे बड़ी चुनौती होगी अपराध,अपराध में हथियार माफिया, खनन माफिया समेत अन्य माफिया अपराध को काबू करना एक बड़ा चैलेंज होगा। राजस्थान महिला हत्याचार के मामले में देश में पहले नम्बर पर हैं। प्रदेश में महिला सुरक्षा को लेकर काम करने की बहुत आवश्यकता हैं। डीजीपी मिश्रा इसे कैसे हैंडल करते हैं देखना होगा। चौथा चैलेंज पुलिसकर्मियों की भर्ती सहित अन्य परीक्षाएं बिना किसी विवाद के सम्पन्न करना। पांचवा चैलेंज प्रदेश में बढ रहे साइबर क्राइम को कैसे रोका जा सके। इस लेक फुल प्रूफ प्लान बनाकर उसे फील्ड में जनरेट करना बड़ा टास्क होगा। छटी चुनौती राजस्थान पुलिस में फैल रहे भ्रष्टाचार को कैसे खत्म किया जा सके। आए दिन पुलिसकर्मी एसीबी की रडार पर आते हैं। इससे राजस्थान पुलिस की छवी खराब होती हैं। इसे कैसे ठीक करेंगे यह देखना होगा। वहीं सांतवीं और सबसे बड़ी परेशानी सड़क हादसे प्रदेश में आज भी हर साल सड़क दुर्घटनाओं 10 हजार से अधिक लोगों की जान चली जाती हैं। ऐसे में क्या मिश्रा कोई रोड़ सेफ्टी को लेकर प्लान बनाकर दुर्घटना रोक सकेंगे।