श्रीगंगानगर, शाम के करीब 4 बजे थे। अचानक एक लुटेरा हाथ में चाकू लिए बैंक में घुसा…लेकिन उसे नहीं पता था कि उसे ही जान बचाने के लिए गुहार लगानी पड़ेगी। लुटेरा एक-एक कर बैंक के स्टाफ को साइड में खड़े होने के लिए बोलता रहा। मोबाइल लेता गया..इतने में बैंक की महिला मैनेजर पूनम गुप्ता से सामना हुआ। एक बार तो लुटेरे को देखकर वह भी पीछे हटीं। उन्हें भी लगा की मौत सामने खड़ी है. फिर उनकी हिम्मत ने सभी को चौंका दिया। मैनेजर पूनम लुटेरे से लड़ गईं। उन्हें चाकू का भी खौफ नहीं था। पूनम को देख बैंक का बाकी स्टाफ भी साथ हो गए। आखिर बदमाश को मौके पर ही दबोच लिया गया।
पहले अंदर आ जायजा लिया
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि बदमाश पहले लोन मैनेजर के कहने पर बाहर नहीं गया था। वो बैंक का जायजा लेने आया था। वो देख रहा था कि बैंक में कितने लोग मौजूद हैं। इसके बाद बाहर गया और चाकू लेकर अंदर घुसा। इस दौरान एक बैग भी उसके पास मौजूद था।
आरोपी बोला- बदला लेने आया था
घटना की जानकारी मिलते ही मीरा चौकी थाने का स्टाफ मौके पर पहुंचा। आरोपी लवीश को पुलिस ने गिरफ्तार कर रविवार को कोर्ट में पेश किया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसका किसी से झगड़ा हुआ था। उसने राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक मिलने की बात कही। इस पर वह अपने दुश्मन की तलाश में बैंक में आया। हालांकि पुलिस इसे सही नही मान रही। आरोपी लवीश उर्फ टिशू अरोड़ा (29) नशे का आदी है। नशे की जरूरत पूरी करने और परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण आरोपी ने वारदात को अंजाम दिया।
बैंक में एक गार्ड तक नहीं
पूरी घटना में बैंक की भी खामी रही, जहां सुरक्षा के लिए एक भी गार्ड तैनात नहीं था। सामान्यत: बैंक में रोजाना 50 से 70 लाख रुपए का लेनदेन होता है। पुलिस के अनुसार घटना के समय 35 लाख नकदी मौजूद थी।
पहले भी हो चुकी लूट की वारदात
इलाके में इससे पहले भी बैंक लूट की वारदातें हुई हैं। जनवरी 2020 में अज्ञात लुटरे ने इलाहाबाद बैंक की पुरानी आबादी ब्रांच में घुसकर लूट की वारदात को अंजाम दिया। लुटेरे ने बैंक स्टाफ और मैनेजर को हथियार दिखाकर लाखों रुपए लूट लिए थे। यह राशि चार लाख रुपए से ज्यादा थी। वहीं, गांव मन्नीवाली की मरुधरा ग्रामीण बैंक में भी लूट की वारदात हुई । इसमें भी आरोपी बैंक मैनेजर और स्टाफ को धमकाकर डेढ लाख रुपए लूटने में कामयाब हो गए थे।