बीकानेर, इंदिरा गांधी नहर में आए कटाव को समय पर दुरुस्त नहीं करने से खाजूवाला के किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। नहर का पानी खेतों में पहुंच गया, जिससे लाखों रुपए की ग्वार की फसल बर्बाद हो गई, वहीं दो किसानों के खेत में लगे ट्यूबवेल भी पूरी तरह खराब हो गए। वहीं इन किसानों को नहर विभाग से मुआवजा मिलने की उम्मीद भी कम लग रही है। इंदिरा गांधी नहर की पूगल ब्रांच में नहर में कटाव आया था। शुरूआत में ये कटाव छोटा था, तब किसानों ने नहर विभाग के आला अधिकारियों को सूचना कर दी। कल तक ये कटाव दो सौ फीट तक फैल गया। रात तक करीब तीन सौ फीट के कटाव से पानी खेतों में पहुंच रहा था। शुरूआती तौर पर नहर विभाग ने काम शुरू कर दिया है लेकिन विभागीय अधिकारियों के समय पर नहीं आने से भारी नुकसान हुआ। करीब पचास बीघा जमीन में लगी ग्वार की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है। इस फसल की कीमत लाखों रुपए में आंकी जा रही है। दो खेतों में लगे ट्यूबवेल भी अत्यधिक पानी के कारण खराब हो गए। इन ट्यूबवेल की मोटर खराब हो गई है।

टेल के किसान को पानी नहीं

बुधवार से ही खाजूवाला के आनन्दगढ़, दंतौर और जीरो आरडी से टेल तक के किसानों को पानी मिलना था। बुधवार से शुक्रवार तक पानी की बारी थी लेकिन ये तीनों दिन पानी आगे नहीं जा सकेगा। अब किसान तीन दिन पानी की बारी बढ़ाने की मांग कर रहे हैं ताकि इन गांवों के सैकड़ों बीघा जमीन में खड़ी ग्वार और मूंग की फसल की प्यास बुझ सके।

डॉ. विश्वनाथ पहुंचे मौके पर

खाजूवाला के पूर्व विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल गुरुवार को मौके पर पहुंच गए थे। इसके बाद ही तहसीलदार व अन्य अधिकारी आए। डॉ. विश्वनाथ ने विरोध दर्ज कराया कि समय रहते अगर नहर की मरम्मत हो जाती तो किसानों को इतने भारी नुकसान का सामना नहीं करना पड़ता। उन्होंने कहा कि किसानों को मुआवजा नहीं मिलता है तो आंदोलन करेंगे।