श्रीगंगानगर, जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में सरकारी नौकरी लगाने का झांसा देकर रुपए ठगने का मामला सामने आया है। पीड़ित की श्रीगंगानगर में चश्मों की दुकान है। आरोपी यहां किसी काम से आए थे। वहां उन्होंने दुकान मालिक के कर्मचारी को बातों में उलझाया। उसे कहा कि उनकी बैंक आदि सरकारी विभागों में अच्छी जान पहचान है। वे थोड़ी कोशिश कर उसे नौकरी लगवा देंगे। कर्मचारी ने यह बात दुकान मालिक को बताई तो दुकान मालिक भी उनकी बातों में आ गया और बैंक में नौकरी लगवाने के लिए उन्हें रुपए देने पर सहमत हो गया। रुपए देने के बाद भी जब उसे सरकारी नौकरी नहीं मिली तो पीड़ित ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया।

तीन किस्तों में दिए रुपए
कोतवाली एसएचओ देवेंद्र सिंह ने बताया कि गांव फतूही के देवीलाल की श्रीगंगानगर में चश्मों की दुकान है। करीब दस दिन पहले उसकी दुकान पर गोदूवाली ढाणी का नवल किशोर और गांव 21 एसडीएस का धर्मेश गोदारा आए और उसकी दुकान के कर्मचारी को बातों में उलझा लिया। नवल किशोर ओर धर्मेश ने उन्हें सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा दिया। कर्मचारी की बातें सुनकर दुकान मालिक देवीलाल ने भी दोनों आरोपियों की बातों में रुचि दिखाई। आरोपियों ने देवीलाल को बैंक में नौकरी लगाने का झांसा देकर रुपए की मांग की। दस दिन की अवधि में ही देवीलाल ने ऑनलाइन 38 हजार रुपए दोनों आरोपियों के खाते में ट्रांसफर कर दिए। उसने यह राशि पांच हजार, तीन हजार और तीस हजार की तीन किश्तों में की। बाद में जब पीड़ित ने आरोपियों से संपर्क किया तो उन्होंने सरकारी नौकरी दिलाने से इनकार कर दिया और रुपए भी नहीं लौटाए। एसएचओ देवेंद्रसिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। आरोपियों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।