जयपुर। राजस्थान के बारां जिलें में झाड़-फूंक के नाम पर एक कथित बाबा ने 17 वर्षीय नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया है। पुलिस ने आरोपित बाबा रघुवीर मेघवाल को गिरफ्तार कर लिया है। कवाई पुलिस थाना अधिकारी किरदार अहमद ने बताया कि एक नाबालिग पिछले कुछ दिनों से बीमार थी। चिकित्सक से उसका इलाज करवाया जा रहा था, लेकिन नाबालिग की तबीयत में सुधार नहीं हो रहा था। ऐसे में नाबालिग के परिचित ने उसके पिता को कवाई के एक कथित बाबा के पास ले जाकर झाड़-फूंक करवाने का सुझाव दिया। इस पर नाबालिग के माता-पिता उसे शुक्रवार सुबह कथित बाबा रघुवीर के पास ले गए। उसने नाबालिग के माता-पिता को पूजन सामग्री लेने के लिए बाजार में भेज दिया। वह नाबालिग को एक कमरे में ले गया। इसके बाद मौका देखकर उसने नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया। माता-पिता जब वापस लौटे तो नाबालिग ने उन्हें घटनाक्रम के बारे में बताया। नाबालिग ने उन्हें बताया कि रघुवीर ने उसे धमकी दी कि यदि दुष्कर्म में सहयोग नहीं किया तो वह उसके माता-पिता को जान से मार देगा। नाबालिग के माता-पिता जब रघुवीर से बात करने के लिए कमरे में गए तो पता चला कि वह मौका पाकर फरार हो गया। इस पर नाबालिग के पिता ने रघुवीर के खिलाफ कवाई पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया। पुलिस की टीम ने शुक्रवार देर रात रघुवीर को झालावाड़ से गिरफ्तार कर लिया गया। गौरतलब है कि उदयपुर जिले के झाड़ोल क्षेत्र की बागपुरा पुलिस चौकी से ढाई सौ मीटर की दूरी पर एक आदिवासी विवाहिता से सामूहिक दुष्कर्म के मुख्य आरोपित को पुलिस ने शुक्रवार शाम गिरफ्तार कर लिया था। जिले में सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार झाड़ोल में बने हुए थे और वह आरोपितों की तलाश में जुटी पुलिस टीमों को दिशानिर्देश दे रहे थे। शुक्रवार शाम पुलिस ने मुख्य आरोपित मोहन लाल को गिरफ्तार कर लिया। वह झाड़ोल क्षेत्र की जगन्नाथ पहाड़ी में छिपा बैठा था।