नागौर, के पांचूड़ी से अपह्रत युवक को पुलिस ने सोमवार देर रात जोधपुर बाइपास पर छुड़ा लिया, लेकिन अपहरणकर्ता अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल हो गए। घटना सोमवार देर रात 2.20 बजे की है। नागौर से पुलिस कंट्रोल रूम पर एक युवक के अपहरण की सूचना मिलने के बाद गंगाशहर पुलिस ने जोधपुर बाइपास पर उदयरामसर के पास नाकाबंदी की थी। कुछ ही देर में एक सफेद रंग की श्रीगंगानगर नंबर की कार नाकाबंदी तोड़ते हुए तेजी से निकली। पुलिस ने भी गाड़ी दौड़ा दी। नापासर चौराहे के पास कार एक होटल के आगे धीमी हुई। शायद वे वहां रुकना चाहते थे, लेकिन उसी दौरान पीछे से पुलिस पहुंच गई। पुलिस को देख चालक ने कार को गति दे दी। यह देख पुलिस ने डंडे बरसाए, जिससे कार के शीशे टूट गए, लेकिन आरोपी भाग छूटे। सूचना मिलने पर जेएनवीसी पुलिस भी जयपुर बाइपास पर पहुंच चुकी थी। दोनों थानों की पुलिस ने कार की घेराबंदी शुरू कर दी। टोल प्लाजा के पास एमएन इंस्टीट्यूट के सामने कार कच्चे रास्ते पर उतर गई। अंधेरा होने क कारण पुलिस भी पशोपेश में पड़ गई। कुछ ही देर में एक युवक पुलिस को नजर आया। पूछताछ से पता चला कि युवक वही कानाराम (22) है, जिसका अपहरण किया गया था। कच्चे रास्ते में कार फंसने से अपहरणकर्ता उसे छोड़कर फरार हो गए। कार की तलाशी लेने पर उसमें से एक पिस्तौल और मोबाइल बरामद हुआ है। जेएनवीसी एसएचओ महावीर प्रसाद ने बताया कि कानाराम के चचेरे भाई दुर्गाराम के खिलाफ आर्म्स एक्ट का मुकदमा दर्ज किया है। युवक को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।

कानाराम को विश्वास में लेकर होटल से ले गए, कार तेज की तो अपहरण का शक हुआ
नागौर के पांचूडी थाना क्षेत्र में युवक कानाराम एक होटल पर काम करता है। सोमवार रात उसके ताऊ का बेटा दुर्गाराम अपने तीन साथियों के साथ कार में आया। होटल में खाना खाने के बाद उन्होंने कानाराम को भी साथ में ले लिया। आरोपियों के पास हथियार भी थे। कार जब बीकानेर की तरफ दौड़ने लगी तो कानाराम को शक हुआ। उसने कार से उतारने को कहा तो आरोपियों ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। पिस्तौल दिखाकर उसे चुपचाप बैठे रहने को कहा। उधर होटल से अचानक कानाराम के गायब होने पर संचालक ने उसके परिजनों को बताया और पांचूड़ी पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने बताया कि उनके बीच पारिवारिक विवाद है।