बीकानेर. स्कूलों में मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत वितरित किए जाने वाले मिल्क पाउडर की डिमांड तीन दिन में भेजने के निर्देश दिए गए हैं। पत्रिका में 1 अगस्त 22 को सरकारी कागजों में ही सूख रहा दूध खबर प्रकाशित होने के बाद मिड डे मील आयुक्तालय हरकत में आया और उसने सभी प्रारंभिक शिक्षा के जिला शिक्षा अधिकारियों को ब्लॉकवार तथा स्कूलवार निर्धारित प्रपत्र में अपने क्षेत्र की डिमांड तीन दिन में डेयरी फेडरेशन तथा संबंधित मिल्क यूनियन को निर्धारित प्रपत्र में भिजवाने के निर्देश दिए हैं। उम्मीद है कि इस हफ्ते से स्कूलों में दूध मिलने लगेगा।

… तो इसलिए अटका था मामला

दरअसल मिड डे मील आयुक्तालय ने मिल्क पाउडर की जिलेवार डिमांड तो डेयरी फेडरेशन को भिजवा दी थी, लेकिन ब्लॉक व स्कूलवार डिमांड जिला शिक्षा अधिकारियों को संबंधित मिल्क यूनियन को भेजनी थी, जो नहीं भेजी गई। जिससे स्कूलों में दूध नहीं पहुंच सका और बच्चों को एक माह तक बिना दूध के ही रहना पड़ा। जिला शिक्षा अधिकारी तथा स्कूल मिल्क पाउडर का इंतजार करते रहे।जागे अधिकारी, दिए यह निर्देश पत्रिका में खबर प्रकाशित होने के बाद अधिकारी जागे, तो फेडरेशन ने बताया कि उसे जिलावार कितना मिल्क पाउडर सप्लाई करना है, ये जानकारी तो दे दी गई है, लेकिन किस स्कूल में कितना मिल्क पाउडर पहुंचाना है, इसके कोई स्पष्ट आदेश नहीं मिलने से स्कूलों में मिल्क पाउडर सप्लाई नहीं किया जा सका। अब मिड डे मील आयुक्त ने सभी जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा को अपने जिले के स्कूलवार तथा ब्लॉकवार डिमांड भेजने को कहा है। साथ ही डेयरी फेडरेशन को उनके प्रतिनिधियों के जरिये जिला शिक्षा अधिकारियों से संपर्क कर स्कूलों में शीघ्र मिल्क पाउडर की सप्लाई कराने को कहा है ताकि बच्चों को जल्दी ही दूध मिलना शुरू हो सके।