बीकानेर. सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विशेष आवश्यकता वाले सभी बच्चों को ब्लॉक संदर्भ केंद्रों पर कई तरह की थेरेपेटिक सुविधाएं नि:शुल्क मिलेगी। इनमें विशेष आवश्यकता वाले विद्यार्थियों को फिजियोथेरेपी, स्पीच थेरेपी तथा क्लीनिकल साइकोलॉजिकल काउंसलिंग से दोष की तीव्रता कम करने तथा अधिशेष क्षमताओं में वृद्धि करने के प्रयास शामिल है। राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद ने सभी समग्र शिक्षा अभियान के जिला परियोजना समन्वयकों को ब्लॉक स्तर पर स्थित संदर्भ केंद्रों पर महीने में एक बार फिजियोथेरेपिस्ट, स्पीच थेरेपिस्ट तथा साइकोलॉजिकल विशेषज्ञ से ऐसे विद्यार्थियों तथा इनके अभिभावकों की काउंसलिंग कराने के निर्देश दिए हैं।

केंद्र पर 10 बच्चों को मिलेगा इलाज

ब्लॉक स्तर पर कार्यरत संदर्भ केंद्रों पर हर माह विशेषज्ञों को बुलाकर कम से कम 10 विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को इलाज उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की पहचान तथा उनकी जरूरत के अनुसार विशेषज्ञों की आवश्यकता बताई जाएगी। जिला परियोजना समन्वयक जरूरत के अनुसार विशेषज्ञों से एमओयू करेंगे।

ये मानदेय मिलेगा

विभाग द्वारा योग्य फिजियोथेरेपिस्ट, स्पीच थेरेपिस्ट तथा साइकोलॉजिकल विशेषज्ञ को प्रारंभिक असेसमेंट के लिए अधिकतम 150 रुपए प्रति बालक तथा फॉलोअप विजिट पर 100 रुपए प्रति बालक निर्धारित किए गए हैं। उन्हें ब्लॉक संदर्भ केंद्र तक आने-जाने का किराया भी दिया जाएगा।

पेरेंट्स काउंसलिंग वर्ष में दो बार होगी

विशेष आवश्यकता वाले बालक बालिकाओं के अभिभावकों को वर्ष में दो बार सितंबर तथा दिसंबर में बुलाया जाएगा। बच्चों तथा पेरेंट्स को चाय, भोजन, किराया तथा स्टेशनरी आदि का भुगतान मिलेगा।

विशेषज्ञों की होगी नियुक्ति

मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी विशेष आवश्यकता वाले विद्यार्थियों की पहचान कर संख्या जिला परियोजना समन्वयक को भेजेंगे। जिला परियोजना समन्वयक फिजियोथेरेपिस्ट, स्पीच थेरेपिस्ट तथा साइकोलॉजिकल विशेषज्ञों से एमओयू करेंगे।