केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का विरोध थमने की बजाय बढ़ने लगा है। राजस्थान में आज भी कई जिलों में युवा बड़ी संख्या में प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस से भी झड़प हो गई। सभी जिलों में प्रदर्शन की आशंकाओं को देखते हुए सुरक्षाबलों को अलर्ट पर रखा गया है। सोशल मीडिया पर भी प्रशासन नजर रख रहा है। प्रदेश के जयपुर, जोधपुर, अजमेर अलवर सहित छह जिलों में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। आज विरोध की शुरुआत अलवर जिले से हुई है। यहां के बहरोड़ में सैकड़ों की संख्या में आर्मी की तैयारी कर रहे युवाओं ने जयपुर-दिल्ली नेशनल हाईवे जाम कर दिया। इस दौरान पत्थरबाजी भी हुई। विरोध के चलते यहां तैनात पुलिस से भी प्रदर्शनकारी भिड़ गए। हाईवे के अलग-अलग हिस्सों पर बड़ी संख्या में पुलिस जाब्ता भी तैनात किया गया है। झुंझुनूं जिले में भी स्टूडेंट्स ने सड़क जाम करने की कोशिश की है। बताया जा रहा है कि यहां के चिड़ावा कस्बे में छात्रों से पुलिस की झड़प भी हुई और रेलवे ट्रैक को भी जाम करने की कोशिश की गई।

अलवर के बहरोड़ में युवाओं हाईवे जाम कर वहां टायर रख आग लगा दी। इस उग्र प्रदर्शन में युवाओं को खदेड़ना पड़ा।

जयपुर और जोधपुर में भी विरोध
अग्निपथ योजना के खिलाफ युवाओं का गुस्सा जयपुर और जोधपुर में भी देखने को मिल रहा है। जयपुर के सांगानेर में स्टूडेंट्स ने रैली निकाली और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं, जोधपुर में प्रदर्शन कर रहे छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। सीकर और श्रीगंगानगर में भी पुलिस ने छात्रों को खदेड़ा है। युवाओं का कहना है कि अग्निपथ योजना देश के युवाओं के हित में नहीं है। सरकार को इसे वापस लेना होगा अन्यथा उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। एक दिन पहले शुक्रवार को भी अलवर, भरतपुर, कोटपूतली, जोधपुर, सीकर सहित प्रदेश के कई जिलों में युवाओं ने विरोध जताया। दो दिनों से राजस्थान में विरोध जारी है। शुक्रवार को कोटपूतली में बसों के शीशे तोड़े थे। वहीं, भरतपुर, श्रीमाधोपुर में उग्र प्रदर्शन किया था। भरतपुर में पुलिस पर पथराव के बाद आंसू गैस के गोले दागे गए थे। इधर, शनिवार को अलवर में शामिल होने की योजना बनाई है।