बीकानेर में रविवार को हुए एक भीषण सड़क हादसे में पति गजेंद्र, पत्नी शुची और 10 महीने के बेटे की मौत हो गई। करीब तीन साल पहले ही कोटा के रावतभाटा में रहने वाले गजेंद्र ने शुचि के साथ लव मैरिज की थी। दोनों पति-पत्नी जयपुर के विद्याधर नगर में रहते थे। गजेंद्र काम के सिलसिले में अक्सर टूर पर रहते थे। पत्नी घर में अकेली न रह जाए, इसलिए साथ ले जाया करते थे। बीकानेर भी वे टूर पर ही आए थे। काम पूरा होने के बाद वापस लौट रहे थे। इस दौरान रास्ते में दर्दनाक हादसा हो गया। बेटे के रूप में गजेंद्र और शुचि के घर दस महीने पहले ही खुशियां आई थीं। दो दिन पहले बीकानेर ट्यूर में भी गजेंद्र अपनी पत्नी शुचि को साथ ले आया। यहां एक होटल में रुके हुए थे। टूर पूरा होने के बाद उन्हें वापस जयपुर लौटना था। रविवार को दोपहर करीब एक बजे ये सोचकर रवाना हुए थे कि शाम होते-होते वे जयपुर पहुंच जाएंगे, लेकिन होनी को कुछ और मंजूर था। सामने से आ रही पिकअप गाड़ी ने इतनी जोर से टक्कर मारी कि श्रीडूंगरगढ़ के कीतासर के पास हुए इस हादसे में तीनों की मौत हो गई।
प्रेम विवाह किया था
शुचि के साथ गजेंद्र ने प्रेम विवाह किया था। गजेंद्र के एक दोस्त ने बताया कि दोनों अपने छोटे परिवार के साथ खुश थे। जयपुर में गजेंद्र के कुछ रिश्तेदार भी रहते थे। फिर भी गजेंद्र कभी शुचि को अलग नहीं रखता था। बच्चा छोटा होने के कारण भी वो उनको साथ रखते थे।
ऐसे पता चला दोस्तों को
गजेंद्र के दोस्त अब्दुल कय्यूम ने दैनिक भास्कर को बताया कि उसने भास्कर एप पर ही खबर पढ़ी थी कि एक सड़क हादसे में तीन की मौत हो गई। मृतकों के विद्याधर नगर में रहने की जानकारी मिलने पर खबर को गंभीरता से पढ़ा। वहीं, गाड़ी के नंबर दिखने पर पक्का हो गया कि ये गजेंद्र सिंह उनका दोस्त ही है।
पिता चलाते हैं स्कूल बस
बताया जा रहा है कि गजेंद्र सिंह के पिता रावतभाटा में ही एक स्कूल में बस चलाते हैं। बेटा कभी कभार अपने मां-बाप से मिलने आता था। रविवार को जैसे ही वहां दुर्घटना के बारे में जानकारी मिली, वैसे ही पूरे मोहल्ले में मातम छा गया। अब परिजन शव लेने के लिए बीकानेर रवाना हुए हैं।