जयपुर/बीकानेर, ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने बताया कि, बजट घोषणा वर्ष 2022-23 के बिन्दु संख्या 37 की अनुपालना में शिक्षा विभाग ने त्वरित कार्यवाही करते हुए अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों के खोले जाने हेतु आदेश जारी कर दिये है। राजस्थान सरकार के शिक्षा (ग्रुप-1) विभाग के शासन उप सचिव-प्रथम श्री भारतेन्द्र जैन ने आदेश क्रमांक प. 04 (15) शिक्षा-1/2021 पार्ट जयपुर दिनांक 24.03.2022 के द्वारा श्रीकोलायत विधानसभा क्षेत्र में 06 महात्मा गांधी राजकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालय स्वीकृत किये है। इससे क्षेत्रवासियों में खुशी की लहर व्याप्त है।
क्र. | विद्यालय जिन्हें महात्मा गांधी विद्यालय में परिवर्तित किया गया है। | ग्रा. पं. | पं.स |
1 | रा.बा.उ.प्रा.वि. कोलायत | कोलायत | कोलायत |
2 | रा.उ.प्रा.वि आर.डी. 931 | बज्जू | बज्जू |
3 | रा.उ.प्रा.वि गौडू | गौडू | बज्जू |
4 | रा.उ.प्रा.वि. सियाणा भाटियान | सियाणा भाटियान | कोलायत |
5 | रा.उ.प्रा.वि. करणपुरा | बीठनोक | कोलायत |
6 | रा.बा.उ.प्रा.वि. हदां | हदां | कोलायत |
इससे पूर्व भी श्रीकोलायत विधानसभा क्षेत्र में पांच अन्य महात्मा गांधी राजकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालय ग्राम बरसिंहसर, झझू, खारी चारणान, एवं गाढ़वाला एवं केसरदेसर जाटान में सफलतापूर्वक संचालित हो रहे है। जिनमें प्रवेश के लिये स्वीकृत संख्या से अधिक आवेदन प्राप्त होने से लॉटरी के माध्यम से प्रवेश मिलता है।
ऊर्जा मंत्री भाटी ने बताया कि, महात्मा गांधी राजकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालय राज्य सरकार की आम जनता के लिये बहुत बड़ी सौगात है। इन विद्यालयों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के गरीब, दलित, वंचित वर्ग के विद्यार्थी भी आधुनिक अंग्रेजी माध्यम शिक्षा प्राप्त कर पाते है साथ ही उन्हें पौषाहार, निःशुल्क यूनिफार्म, निःशुल्क पाठ्यपुस्तकें आदि भी उपलब्ध करवाई जाती है। जिससे यह विद्यालय ग्रामीण क्षेत्र के गरीब अभिभावकों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इन नवीन विद्यालयों की स्वीकृति के लिये उन्होंने मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत एवं शिक्षा मंत्री श्री बी.डी. कल्ला का आभार व्यक्त किया।
ऊर्जा मंत्री भाटी ने बताया कि, महात्मा गांधी राजकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालय राज्य सरकार की आम जनता के लिये बहुत बड़ी सौगात है। इन विद्यालयों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के गरीब, दलित, वंचित वर्ग के विद्यार्थी भी आधुनिक अंग्रेजी माध्यम शिक्षा प्राप्त कर पाते है साथ ही उन्हें पौषाहार, निःशुल्क यूनिफार्म, निःशुल्क पाठ्यपुस्तकें आदि भी उपलब्ध करवाई जाती है। जिससे यह विद्यालय ग्रामीण क्षेत्र के गरीब अभिभावकों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इन नवीन विद्यालयों की स्वीकृति के लिये उन्होंने मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत एवं शिक्षा मंत्री श्री बी.डी. कल्ला का आभार व्यक्त किया।