बीकानेर। आचार्य विजय जयानंद सूरिश्वरजी व गणिवर्य जयकीर्ति मसा. के सान्निध्य में रविवार को नाहटा चैक के भगवान शांति नाथजी जैन मंदिर में नाकोड़ा भैरव की प्रतिमा की पुर्नः प्रतिष्ठा पूजा, भक्ति संगीत के साथ हुई। मूर्ति प्रतिष्ठा का लाभ कोलकाता प्रवासी बीकानेर मूल के हजारी मल, हीरालाल व भरत कुमार गोलछा परिवार ने लिया। शनिवार रात को भक्ति संगीत संध्या हुई जिसमें वरिष्ठ गायक मगन कोचर, सांवर लाल रंगा, कोलकाता के सपनदा, सुनील पारख, अरिहंत व टिविकल नाहटा ने भैरव के भजनों की प्रस्तुति दी। अनुष्ठान संयोजक रतन लाल नाहटा उर्फ छोटू बाबू नाहटा ने बताया कि विधिकारक पंकज भाई ने सविधि नाकोड़ा भैरव की प्रतिमा की पुनः प्रतिष्ठा करवाई। इस अवसर पर भैरवजी के विविध प्रकार व्यंजनों का भोग लगाया गया, प्रतिमा पर आकर्षक श्रृृंगार किया गया।  विचक्षण महिला मंडल, सूरतगढ़ बालक-बालिका मंडल, सुनील पारख व अरिहंत नाहटा ने भैरवजी के भजनों की प्रस्तुति दी।बीकानेर मूल के गणिर्व जयकीर्ति म.सा ने प्रवचन में कहा कि श्रावक-श्राविकाएं प्रतिदिन जिनालयों में जाकर देवदर्शन करें तथा जैन कला व संस्कृृति को अक्षुण बनाने में सक्रिय भागीदारी निभाएं । धन अर्जन के साथ विसर्जन में भी ध्यान दें। जीव दया व साधार्मिक भक्ति और परोपकारी कार्यों में धन लगाएं। कार्यक्रम में मुनि व साध्वीवृृंद तथा वरिष्ठ श्रावक थानमल बोथरा सहित अन्य गणमान्य श्रावक-श्राविकाएं उपस्थित थे।

खरतरगच्छ संघ ट्रस्ट के अजीतमल खजांची अध्यक्ष
व शांतिलाल सुराणा मंत्री, संघ की सभा


बीकानेर। श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ  ट्रस्ट की रविवार को रांगड़ी चैक के श्री जिन कृृपाचंद सूरि जैन धर्मशाला (कृृपाचंदजी उपासरे-श्री जैन भोजनशाला) में हुई सभा में ट्रस्ट की नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। कार्यकारिणी में वरिष्ठ श्रावक अजीतमल खजांची अध्यक्ष ने  निर्मल पारख को उपाध्यक्ष, शांति लाल सुराणा को मंत्री  इंजीनियर अशोक पारख को कोषाध्यक्ष, मनीष नाहटा को सहमंत्री बनाया। सभा ट्रस्ट के निवृृतमान अध्यक्ष पन्नालाल खजांची के सान्निध्य में ंहुई। ट्रस्ट के नव अध्यक्ष अजीत मल खजांची ने बताया कि रेल दादाबाड़ी व्यवस्था समिति में मनोज सेठिया व संदीप मुसरफ, भोजनशाला व्यवस्था समिति में चन्द्र सिंह पारख व राजेश खजांची को प्रभारी व सहप्रभारी सर्वसमिति से मनोनीत किया गया । सभा में ट्रस्ट के लेखा-जोखा, देव स्थान विभाग से संबंधित , न्यायिक विवादों के निपटारे पर विशद चर्चा की गई। खजांची ने कहा कि ट्रस्ट के अधीन आने वाले सभी मंदिरों व उपासरों और अन्य भूमि की पूर्ण सुरक्षा एवं संरक्षा की जाएगी। आवश्यकतानुसार मंदिरों व उपासरों का जीर्णोंद्धार व विकास कार्य करवाया जाएगा। नव कार्यकारिणी के सहयोग व सुझाव से देव, गुरु व धर्म की पालना करते हुए जैन धर्म व संस्कृृति के विकास के लिए कार्य किया जाएगा।