जयपुर, कोरोना काल में आई दिक्कतों और लंबे समय से बकाया के कारण किसानों के कटे हुए बिजली कनेक्शन फिर से जोड़ने के लिए गहलोत सरकार ने छूट देने का फैसला किया है। कटे हुए कृषि कनेक्शन को जोड़ने के लिए किसानों के लिए पुरानी पेनल्टी और ब्याज में छूट दी गई है। अब किसान कुल बकाया का केवल 10 फीसदी पैसा जमा करवाकर कृषि बिजली कनेक्शन फिर से जुड़वा सकेंगे। अब तक कटे हुए कृषि बिजली कनेक्शन जुड़वाने के लिए पहले 50 फीसदी पैसा आवेदन के समय ही जमा करवाना पड़ता था, अब किसानों के लिए प्रावधान बदल दिए गए हैं। ऊर्जा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि किसानों के कटे हुए बिजली कनेक्शन फिर से जोड़ने के लिए पुराने प्रावधान बदले हैं। अब 10 फीसदी बकाया पैसा जमा करवाते ही कनेक्शन जोड़ दिया जाएगा, बकाया पैसा छह किश्तों में जमा करवाने की छूट दी जाएगी।
किसानों को सब्सिडी रेट पर बिजली
किसानों को प्रदेश में 90 पैसा प्रति यूनिट के हिसाब से सब्सिडी रेट पर बिजली दी जाती है। गहलोत सरकार ने पांच साल तक किसानों की बिजली की दरें नहीं बढ़ाने की घोषणा कर रखी है। ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि किसानों की बिजली की दरें नहीं बढ़ाई जाएंगी। सीएम ने आते ही इसकी घोषणा की थी, जिस पर सरकार कायम है। किसानों को हर महीने एक हजार रुपए का अनुदान अलग से दिया जा रहा है, इससे कई किसानों का बिजली बिल तो जीरो पर आ गया है।
छह किश्तों में बकाया बिल जमा करवाने की सुविधा
भाटी ने कहा कि बकाया बिजली बिल वाले किसानों को छह किश्तों में पैसा जमा करवाने की सुविधा दी गई है। ज्यादा बकाया वाले किसानों को ब्याज और पेनल्टी में पूरी तरह छूट दी गई है।