बीकानेर। श्रीडूंगरगढ़ के रीड़ी गांव में रहने वाली दिव्यांग छात्रा पप्पू को अब स्कूल जाने के लिए किसी सहारे की जरूरत नहीं पड़ेगी। वह अपनी ट्राई साईकल के माध्यम से स्कूल जाकर अपनी आगे की पढ़ाई जारी रख सकेगी। यह सम्भव हो सका है प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत रीड़ी में आयोजित शिविर की बदौलत। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा शिविर से पूर्व प्री-कैंप लगाकर दो दिव्यांगों का चिन्हीकरण किया गया। पहली लाभार्थी कुमारी पप्पू मेघवाल पुत्री मांगीलाल मेघवाल, जो कि एक विद्यार्थी है उसे विद्यालय आने के लिए दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता था। दूसरी लाभार्थी सुशीला पत्नी आसनाथ जो चलने-फिरने में असमर्थ थी तथा कहीं भी आने-जाने के लिए दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता था। दोनों दिव्यांग लाभार्थियों को शिविर के दौरान ट्राई साइकिल प्रदान कर दी गई। ट्राई साइकिल पाने के बाद दोनों के चेहरों पर संतुष्टि की झलक दिखी और उन्होंने सरकार की इस संवेदनशील पहल की प्रशंसा की।