चूरू। दूधवाखारा थाना इलाके में एक विवाहिता अपनी तीन साल की बेटी को लेकर कुंड में कूद गई, जिससे दोनों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि विवाहिता की पिछले चार-पांच साल से मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी, उसका इलाज चल रहा था। दूधवाखारा थानाधिकारी रामविलास विश्नोई ने बताया कि इस संबंध में पवन सिंह राजपूत निवासी आसलू ने मामला दर्ज कराया है। भाई की पत्नी ममता कंवर शनिवार सुबह तीन साल की बेटी के साथ अचानक लापता हो गई। काफी तलाश के बाद भी दोनों का कोईसुराग नहीं लग पाया। इस पर परिजनों ने शाम को थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि रविवार को सुबह पास स्थित कुंड में मां-बेटी के शव तैरते हुए मिले।परिजनों ने बताया कि ममता कंवर की मानसिक स्थिति चार-पांच से बिगड़ी हुई थी। जो कि बेटी को साथ लेकर कुंड में कूद गई, जिससे दोनों की मौत हो गई। विवाहिता ममता के ससुर विजय सिंह ने बताया कि शादी के बाद से ही ममता का मानसिक रोग का उपचार चल रहा था। पहले ममता को बीकानेर, जयपुर भी दिखाया था मगर अभी वर्तमान में ममता का इलाज चूरू के मानसिक रोग विषेषज्ञ डॉ. जितेन्द्र सिंह के पास चल रहा था। विजय सिंह ने बताया कि ममता के घर से निकलने के बाद ही इसकी सूचना पीहर पक्ष के लोगों को दे दी थी। ससुराल पक्ष व पीहर पक्ष के लोग उसे ढूढऩे के लिए निकल गए थे। गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाने के बाद कुछ लोग चूरू में डॉक्टरों के घर पर भी ममता व दीया को देखने गए थे। वहीं कुछ लोग सरकारी अस्पताल में भी उसको ढूढऩे के लिए गए थे। पीहर पक्ष के लोगों ने चूरू में लाल घंटाघर, दूधवाखारा व हड़ीयाल में भी ममता व दीया को ढूढंने गए थे। परिवार के लोगों ने बताया कि मानसिक स्थिति सहीं होने के कारण वह कई बार छोटी-छोटी बातों पर नाराज हो जाती थी। ममता का पति प्रताप सिंह ने लाखाउ में किराने की दुकान कर रखी थी। जिस समय वह घर से निकली थी पति अपनी दुकान पर गया हुआ था। गुमशुदगी दर्ज होने के बाद पति भी दुकान से आकर उसे ढूंढने निकल गया।
ननिहाल रहता है बड़ा बेटा
लाखाउ निवासी प्रताप सिंह की शादी वर्ष 2014 में राजपुरा निवासी ममता के साथ हुई थी। जिसके एक लड़का व एक लड़की है। बड़ा लड़का बाबू सिंह ज्यादातर समय अपने ननिहाल में रहता है। लाखाउ में कई बार आता रहता है। जबकि बाबू सिंह राजपुरा में पढ़ रहा है।वधानियां बरती हैं और पड़ोसी राज्यों केरल और महाराष्ट्र के दबाव के बावजूद कड़े प्रतिबंध अभी भी लागू हैं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कर्नाटक उन लोगों के लिए बूस्टर शाट्स देने पर भी चर्चा कर रहा है, जिन्होंने एक कोविड -19 की दोनों डोज ले ली है।