बीकानेर शिक्षा विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि इस साल कोई भी स्कूली स्टूडेंट बिना एग्जाम के प्रमोट नहीं होगा। इस बार स्टूडेंट्स को बाकायदा एग्जाम देना होगा और वो भी लिखित में। अंतर सिर्फ इतना होगा कि इस बार पेपर घर तक पहुंचेगा और उसका उत्तर लिखकर स्कूल पहुंचाना होगा। सरकारी स्कूल्स की सभी क्लासेज में ये टेस्ट गुरुवार को यानी 9 सितंबर को होगा, जबकि प्राइवेट स्कूल्स 30 सितंबर तक अपनी सुविधा के अनुसार कभी भी फर्स्ट टेस्ट आयोजित कर सकेंगे।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी ने बताया कि 9 सितम्बर को सभी सरकारी स्कूल के स्टूडेंट्स फर्स्ट टेस्ट देंगे। इसके लिए विभाग की ओर से एक लिंक उपलब्ध कराया जाएगा। सरकारी स्कूल के स्टूडेंट्स को 21 जून से E-कंटेंट वॉट्सऐप ग्रुप व यूट्यूब के माध्यम से भेजा गया था। वो कंटेंट ही फर्स्ट टेस्ट का सिलेबस होगा। जिन विषयों का ई-कंटेंट नहीं भेजा गया है, उसका टेस्ट अभी नहीं होगा। इसके लिए अलग से तारीख तय की जाएगी।
इस तरह होगा टेस्ट
गुरुवार को होने वाली इस परीक्षा में क्लास 1 से 10 के लिए सभी विषयों का एक ही पेपर तैयार किया जाएगा। वहीं 11वीं और 12वीं के लिए हिन्दी व अंग्रेजी अनिवार्य विषयों के साथ सभी विषयों के अलग-अलग टेस्ट होंगे। प्रत्येक विषय में 20 प्रश्न होंगे। प्रत्येक प्रश्न 1 नंबर का होगा। प्रश्न पत्र में प्रत्येक विषय के 20 अंक होंगे। सभी विषय में प्रश्न वैकल्पिक यानी ऑब्जेक्टिव होंगे। अ, ब, स और द में से एक उत्तर चुनना होगा।
किस क्लास में क्या विषय
क्लास 1 व 2 के पेपर में सिर्फ दो सेक्शन होंगे। A सेक्शन में हिन्दी व B सेक्शन में गणित के सवाल होंगे। इसी तरह क्लास 2 से 5 में तीन सेक्शन होंगे। A सेक्शन में हिन्दी, b में अंग्रेजी व c में गणित के सवाल होंगे। इसी तरह क्लास 6 से 10 में 6 सेक्शन होंगे। इसमें सेक्शन A में हिन्दी, B में अंग्रेजी, C में गणित, D में विज्ञान, E में सामाजिक विज्ञान तथा F में संस्कृत होगा। 11वीं और 12वीं में दो पेपर होंगे। पहले पेपर के सेक्शन A में हिन्दी, B में अंग्रेजी होगी। वहीं दूसरे में तीनों ऑप्शनल पेपर के तीन सेक्शन होंगे। जैसे अगर साइंस विषय है तो केमेस्ट्री, बायोलॉजी व फिजिक्स के अलग-अलग विषयों के बीस-बीस प्रश्न एक ही पेपर में आएंगे।
ऐसे मिलेंगे पेपर
स्टूडेंट्स को पेपर देने के लिए शिक्षा विभाग ने कई तरह के माध्यम चुने हैं। क्लास 9 से 12 तक के स्टूडेंट्स को तो स्कूल में ही एग्जाम देना होगा। वहीं क्लास 1 से 8 तक के स्टूडेंट्स को वॉट्सऐप ग्रुप के माध्यम से पेपर भेजे जाएंगे। अगर वॉट्सऐप ग्रुप में नहीं है, तो स्कूल से पेपर की हार्ड कॉपी ली जा सकती है। अगर किसी एरिया में डिजिटल पहुंच नहीं है तो टीचर्स स्टूडेंट्स के घर जाकर उसको पेपर देंगे। इसके बाद स्टूडेंट्स को उत्तर पुस्तिका स्कूल तक पहुंचानी होगी। सभी स्टूडेंट्स की उत्तर पुस्तिका लेने की जिम्मेदारी संबंधित टीचर की होगी। 18 सितम्बर तक कॉपी जांच करके रिकॉर्ड पर नंबर लेने होंगे।
प्राइवेट स्कूल्स में 30 सितम्बर तक एग्जाम
शिक्षा विभाग ने राज्य के सभी प्राइवेट स्कूल्स को निर्देश दिए हैं कि वो अपने स्टूडेंट्स के क्लास 1 से 12 तक के फर्स्ट टेस्ट 30 सितंबर तक अनिवार्य रूप से लें। सरकारी स्कूल की तरह प्राइवेट स्कूल भी ई-कंटेंट के आधार पर ही टेस्ट लेंगे। स्टूडेंट्स को जो ई-कंटेंट अब तक भेजा गया है, उसी में से प्रश्न लेने होंगे। फर्स्ट टेस्ट के रिकॉर्ड को सुरक्षित रखना होगा।
इस बार फाइनल में हर टेस्ट का वेटेज होगा
इस बार स्टूडेंट्स को सीधे प्रमोट नहीं किया जाएगा। ऐसे में इस टेस्ट का गैर बोर्ड क्लासेज के लिए 10 अंक का वेटेज रहेगा और बोर्ड परीक्षाओं के लिए 20 अंक का वेटेज रहेगा। इसका मतलब है कि ये ही अंक फाइनल एग्जाम में काम आएंगे।