बीकानेर। फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा पर 28 मार्च को होली का त्योहार मनाया जाएगा। इस दिन गोधुली वेला में होलिका दहन होगा। इस बार गोधुली वेला में भद्रा का साया नहीं होगा। गोधुली वेला में मानस योग, सर्वार्थसिद्धि योग, अमृतसिद्धि योग रहेगा। ऐसे में होलिका दहन श्रेष्ठता दायक होगी। वहीं अगले दिन चैत्र कृष्ण प्रतिपदा पर 29 मार्च को रंगों का त्योहार धुलंडी मनाई जाएगी। हालांकि इस बार लोगों को होलिका दहन और धुलंडी पर कोरोना गाइडलाइन की पालना करनी होगी। पंडित राजेन्द्र किराडू ने बताया कि उस दिन प्रात: काल से लेकर 1:26 तक भद्रा रहेगी इस कारण माला घोलने एवं तिलक लगाने का मुहूर्त 1:30 से 6:50 तक श्रेष्ठ रहेगा।उसी दिन सायं 6:50 से 9:13 तक के समय में होलिका दहन का मुहूर्त रहेगा।दिनांक 29 मार्च को छारंडी महोत्सव मनाया जाएगा । 30 मार्च को जों बीज। दिनांक 3 अप्रैल को शीतला सप्तमी पूजन। 4 अप्रैल को शीतला अष्टमी (ठंडा) का पूजन होगा। उसी दिन यदि किसी के शीतला अष्टमी व्रत ना होता हो तो सूरज रोटा का व्रत करें यदि किसी के शीतला अष्टमी व्रत होता हो वे 11 अप्रैल रविवार को सूर्य नारायण भगवान का पूजन करके सूरज रोटे का व्रत रख सकते हैं।
गणगौर पूजन होगा शुरू
ज्योतिषाचार्य पं श्रवण व्यास ने बताया कि चैत्र कृष्ण प्रतिपदा पर गणगौर पूजा शुरू होगी, कन्याएं और नवविवाहिताएं ईसर—गणगौर का पूजन करना शुरू करेंगी। 15 अप्रेल तक गणगौर पूजन चलेगा, इस दिन गौरी तृतीया रहेगी। इससे एक दिन पहले 14 अप्रेल को गणगौर का सिंजार मनाया जाएगा।