बीकानेर। भारत व पाकिस्तान के बॉर्डर पर शनिवार को पौ फटने से पहले अंधेरे में ही आतंकी ठिकानों पर हमला बोल दिया गया। अमरीकी जवान अपनी गन्स के साथ निशाने साध रहे थे तो भारतीय अपने हथियारों के साथ। इस अभ्यास की खास बात ये रही कि ये दोनों देशों के वरिष्ठतम सैन्य अधिकारियों ने इसे एक युद्ध की तरह ही प्लान किया।
शुक्रवार को वेलिडेशन एक्सरसाइज के लिए दोनों देशों को अलग अलग हिस्सों में विभाजित किया गया। दोनों हिस्सों में दोनों देशों के जवान थे। इस पूरे युद्धाभ्यास का मूल उद्देश्य आतंकवाद से लड़ना रहा।
इधर टैंक, उधर हेलिकॉप्टर
युद्धाभ्यास के अंतिम चरण में एक तरफ जहां टैंकों की आवाज रोमांच पैदा कर रही है तो दूसरी तरफ धोरों में हेलिकॉप्टर से जवान उतर रहे थे। हर ट्रूप्स में दोनों देशों के जवान साथ साथ थे। आधे भारतीय तो आधे अमरीकी जवानों वाले ट्रूप्स हमले भी मिलकर कर रहे हैं।
रातभर चली बमबारी
युद्धाभ्यास में अब दोनों देशों के जवान बकायदा युद्ध कर रहे हैं। टैंकों से बमबारी की जा रही है तो दूसरी तरफ बंदूकों से गोलीबारी हो रही है।
सुबह सवेरे किया हमला
सेना के जवानों को हिस्सों में विभाजित करके एक तरफ के जवानों को आतंकी ठिकानों को घेरने के संदेश मिले। मौके पर आतंकी भी जवाबी हमला कर रहे थे, ऐसे में जवान बहुत सावधानी के साथ उस कमरे तक पहुंच गए जहां हथियारों के साथ पांच सात आतंकी थे। यहां हमला करने के बाद हर तरफ से जवान आ गए। जिन्होंने फायरिंग कर जवानों की डमी पर निशाने साधे।