देवेंद्र वाणी न्यूज़, बीकानेर। फर्जी कॉल सेंटर के नाम पर ऑनलाइन ठगी व धोखधड़ी करने वाले गिरोहा का पर्दाफाश किया हैं। चुरू पुलिस ने इस सम्बंध में बड़ी कार्रवाई की हैं। पुलिस ने बुधवार को कस्बे में निर्माणाधीन राजकीय गर्ल्स कॉलेज के भवन के पास से फर्जी कॉल सेंटर के नाम पर ऑनलाइन ठगी व धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया। गिरफ्तार युवक बैंक अधिकारी बनकर डेबिट कार्ड के आधार पर लोगों को फर्जी सिम से कॉल कर खाता नंबर, पासवर्ड व अन्य गोपनीय जानकारी प्राप्त कर खाते से रुपए ट्रांसर्फर करते थे। पुलिस ने गिरोह में शामिल दिल्ली, हरियाणा व पंजाब के 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से 27 मोबाइल, 40 सिम कार्ड, 19 डेबिट कार्ड, चार लाख तीन हजार रुपए नकद व दो गाड़ी जब्त की। एसएचओ गोविंद बिश्नोई के अनुसार जिले में लगातार बढ़ रहे साइबर क्राइम को लेकर कार्रवाई की गई।

टीम ने साइबर ठगों की सूचना का संकलन कर राजकीय गर्ल्स कॉलेज के निर्माणाधीन भवन के पास से दो गाडिय़ों में सवार 27 वर्षीय विनय व 26 वर्षीय मोहित पुत्र विपिन अग्रवाल, 23 वर्षीय रमनदीप पुत्र सुखदेव सिख, 23 वर्षीय तरणदीप पुत्र जसपालसिंह सिख और 26 वर्षीय निखिल पुत्र चंद्रप्रकाश पंजाबी निवासी तिलकनगर, 25 वर्षीय मिकाइल पुत्र सतीश लोयल निवासी मोतीनगर, 24 वर्षीय कौशल पुत्र रामप्रकाश मौर्य निवासी रनहोला, 27 वर्षीय मयंक पुत्र प्रेमसागर रहेजा निवासी राजौरी गार्डन, 19 वर्षीय रोहन पुत्र राकेश गुप्ता निवासी शास्त्रीनगर, नई दिल्ली व 25 वर्षीय अविनाश पुत्र राजदेव ठाकुर निवासी गुडगांव को गिरफ्तार किया।

एक स्थान पर कॉल सेंटर चलाने की बजाय गाडिय़ों में चलते हुए ठगी करते, सभी आरोपी 19 से 27 की उम्र के
एसएचओ गोविंद बिश्नोई ने बताया कि मामले में गिरफ्तार सभी आरोपी ऑनलाइन ठगी के गिरोह से जुड़े हुए हैं। ये युवक विभिन्न एजेंटों के जरिए ग्राहकों के डाटा प्राप्त करते थे। उसके बाद लोगों को बैंक अधिकारी बनकर फर्जी सिम से कॉल करते और उनके बैंक खाते की गोपनीय जानकारी हासिल कर रुपए ट्रांसफर कर लेते थे। ये सभी आरोपी डेबिट कार्ड के आधार पर खुद को उस बैंक का अधिकारी बताते और फोन करने वाले को एटीएम कार्ड के नवीनीकरण आदि की बात कर बैंक खाता नंबर, पासवर्ड आदि की ले लेते है।

ठगी करने के बाद वो नंबर बंद कर देते थे। इसके अलावा आरोपी विभिन्न ऑनलाइन पेमेंट गेटवे के जरिए से भी लोगों को कई तरह लालच देकर ठगी का शिकार बनाते हैं। ये पुलिस से बचने के लिए एक स्थान पर कॉल सेंटर चलाने की बजाय गाडिय़ों में चलते हुए ठगी करते हैं। आरोपियों गिरफ्तारी के बाद ऑनलाइन ठगी के विभिन्न मामलों का खुलासा होने की उम्मीद है।

जब्त की गई सिम के नंबरों की डिटेल खंगालने में जुटी पुलिस
गिरफ्तार आरोपियों के पास से चार लाख तीन हजार रुपए नकद भी मिले हैं। इसके साथ ही 27 मोबाइल, 40 सिम कार्ड, 19 डेबिट कार्ड, चार चेक बुक भी मिली। आरोपियों के पास से दो गाडिय़ां भी जब्त की गई। पुलिस आरोपियों के पास मिली सिम के नंबरों की डिटेल खंगालने में लगी है।

इसके साथ ही इनसे जुड़े अन्य एजेंटों की जानकारी भी जुटाई जाएगी। एसएचओ गोविंद बिश्नोई के नेतृत्व में कार्रवाई करने वाली टीम में चूरू सदर थाने के एसएचओ अमित कुमार, हैड कांस्टेबल सुरेंद्र सिंह, कांस्टेबल रमाकांत, संदीप, ओमप्रकाश, नंदलाल, ओमप्रकाश, रामनिवास, चालक कांस्टेबल बलजिंद्र आदि शामिल थे। एसएचओ ने बताया कि जिले में बढ़ रहे साइबर क्राइम को लेकर एसपी नारायण टोगस के निर्देशानुसार एएसपी योगेंद्र फौजदार व डीएसपी बृजमोहन असवाल के सुपरविजन में कार्रवाई की गई।