जयपुर। प्रदेश में जहां एक ओर कोरोना का संकट छाया हुआ है। वहीं नए साल के आगमन के साथ ही नए संकट ने भी दस्तक दे दी है। आपको बता दें कि प्रदेश के पांच जिलों में बीते एक सप्ताह में प्रदेशभर में जारी बेजुबान कौवों की मौत का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। इधर झालावाड़ से सैंपल भोपाल भेजे जाने के बाद बर्ड फ्लू की पुष्टि के साथ ही प्रशासन के बीच हड़कंप मच गया है। वहीं लगातार हाडौती क्षेत्र में कौवों की मौत हो रही है। ताजा अपड़ेट यह है कि झालावाड़ और कोटा जिले के बाद शुक्रवार को बारां जिले में भी बड़ी संख्या में कौवों की मौत का मामला सामने आया है।
बारां के सैंपल भी भेजे गए भोपाल
बारां जिले के पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ हरि बल्लभ मीणा के मुताबिक मांथाना गांव में शुक्रवार को एक साथ 50 कौवे मरे पड़े मिले। साथ ही सारथल गांव में 2 कौवों की मौत हुई है। सूचना मिलने के बाद मौके पर पशुपालन विभाग और वन विभाग की टीम भेजी गई। मृत पड़े मिले कौवों के शव बरामद किए गए। 5 कौवों के शव भोपाल लैब में जांच के लिए भेजा जाएगा। बाकी शव का डिस्पोजल करवाने की कार्रवाई की गई। मिली सचूना के अनुसार जिस स्थान पर कौंवे मृत पाए गए, उस स्थान को जीरो मोबिलिटी किया गया है। डॉक्टरों की टीम के साथ वन विभाग का स्टाफ भी मौके पर तैनात किया गया है। अन्य पक्षियों पर पूरी तरह से निगरानी रखी जा रही है। बारां जिला प्रशासन ने जिले भर में अलर्ट जारी किया है।
झालावाड़ में 76 कौवों की मौत
इधर झालावाड़ जिले में 25 दिसंबर से लेकर अब तक 76 कौवों की मौत हो चुकी है। झालावाड़ जिले के पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ विक्रम सिंह के मुताबिक शुक्रवार को राड़ी के बालाजी क्षेत्र में करीब 16 कौवे मरे पड़े मिले हैं। इनके शव को उचित स्थान पर डिस्पोजल किया गया है। 2 दिन पहले भोपाल लैब में जांच करवाने के बाद यहां के कौवों की मौत की पुष्टि एवियन इन्फ्लूएंजा बर्ड फ्लू से होने की पुष्टि हुई है। मिली जानकारी के अनुसार बर्ड फ्लू लगातार हाड़ौती संभाग के एक ही प्रजाति के कौओं को अपनी चपेट में लेता जा रहा है । लगातार कौवों की मौत की संख्या बढ़ती जा रही है।
आपको बता दें कि राड़ी के बालाजी क्षेत्र को झालावाड़ जिला प्रशासन ने 1 किलोमीटर की परिधि में जीरो मोबिलिटी घोषित कर रखा है। साथ ही जिले भर के पोल्ट्री फॉर्म पर मुर्गियों के आने-जाने पर रोक लगाई हुई है। साथ ही पशुपालन विभाग ने 28 मुर्गियों के सैंपल लिए हैं जिन्हें जल्द भोपाल लैब में जांच के लिए भेजा जाएगा। राड़ी के बालाजी क्षेत्र में शुक्रवार को मिले 16 कौवों के शव पशु पालन विभाग ने चिकित्सकों की मदद से डिस्पोजल करवा दिए गए हैं।
कोटा में वन विभाग भी अलर्ट
इधर, कोटा जिले के पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ चंपालाल मीणा के मुताबिक कोटा संभाग के कोटा जिले के रामगंजमंडी कस्बे में 8 के करीब कौवों की मौत शुक्रवार को हुई है। मीणा के अनुसार स्थानीय प्रशासन के साथ बैठक कर बर्ड फ्लू पर काबू पाने की योजना बनाई गई है। वहीं जिस जगह पर कौवें मृत मिले, वहां सोडियम हाइपोक्लोराइड़ का छिड़काव करवाया गया है। कौओं की मौत की खबर के साथ ही वन विभाग भी सतर्क हो गया है। मुकुंदरा टाइगर रिजर्व सहित संभाग भर के वन क्षेत्र व जल स्रोतों पर वन कर्मियों के द्वारा पक्षियों की गतिविधियों पर निगरानी रखी जा रही है। कोटा जिले में पिछले 2 दिनों में 16 कौओं की मौत हो चुकी है।
जोधपुर में सर्वाधिक 152, इंसानों को खतरा
आपको बता दें कि झालावाड़, कोटा और बारां के अलावा जोधपुर में भी कौवों की मौत की पुष्टि हुई है। जोधपुर में अभी तक सर्वाधिक 152 कौवों की मौत हुई है। वहीं मिल जानकारी के अनुसार नागौर में 52 मोर सहित 66 पक्षियों के जहरीला पदार्थ खाने से मौत हो गई है। एक्सपटर्स का कहना है कि एवियन इन्फ्लूएंजा एक तरह का बर्ड फ्लू है, जिसका संक्रमण सामान्य रूप से पक्षियों में ही पाया जाता है। लेकिन कभी कभी इंसानों सहित अन्य कई स्तनधारियों को भी इनफेक्टेड कर सकता है।