बीकानेर। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि महिलाएं आत्मविश्वास रखते हुए इस संकल्प के साथ कार्य करें कि उनका कार्य पुरुषों के कार्य से कम नहीं है। महिला समानता दिवस पर रवीन्द्र रंगमंच पर आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में जिला कलक्टर ने यह बात कही। जिला कलक्टर ने कहा अपने बेटे-बेटी को आगे बढ़ने के लिए समान अवसर दें, तभी वास्तविक रूप से समाज में समानता स्थापित हो सकेगी। उन्होंने महिलाओं से सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने का आह्वान करते हुए कहा कि महिलाएं राजीविका से जुडें, अपना व्यवसाय चुनें और स्वयं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में काम करें। जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के. ने कहा कि महिलाओं ने हर क्षेत्र में स्वयं को स्थापित किया है। इससे प्रेरणा लेते हुए अवसरों का उपयोग करें और स्वयं को और सशक्त बनाएं। उन्होंने कहा कि अपने घर में बेटा-बेटी के बीच समान व्यवहार करते हुए महिला समानता में अपना योगदान दें। महिला अधिकारिता विभाग की उपनिदेशक मेघा रतन ने कार्यक्रम की रुपरेखा बताई और स्वागत उद्बोधन दिया। जिला उद्योग केंद्र महाप्रबंधक मंजू नैण गोदारा ने राजीविका के उद्देश्य व पृष्ठभूमि तथा विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डाला।

124 महिला स्वयं सहायता समूहों को 187.5 लाख रुपए के ऋण वितरित
कार्यक्रम में राजीविका से जुड़ी 124 महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को 187.5 लाख रुपए के ऋण वितरित किए गए।  स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से 76 महिला एसएचजी को 102 लाख रुपए, बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा 3  महिला एस एच जी को 12.5 लाख रुपए, एचडीएफसी द्वारा 22 एस एच जी को 42 लाख रुपए तथा आर एम जी बी द्वारा 22 महिला एस एच जी को 29 लाख  व  पीएनबी द्वारा एक महिला सहायता समूह को दो लाख रुपए का ऋण वितरण कर लाभान्वित किया गया। इसी प्रकार स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा आईजीसीसीवाई योजना में 19 महिलाओं को 4.72 लाख, दो महिलाओं को एम एल यू पी वाई में साढ़े ग्यारह लाख, एक महिला को पीएमईजीपी में एक महिला को साढ़े नो लाख रुपए का ऋण का चौक सौंपा गया। कार्यक्रम में सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के संयुक्त निदेशक सत्येन्द्र सिंह,एलडीएम एम एम एल पुरोहित सहित सम्बंधित अधिकारी और बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित रहीं।कार्यक्रम का संचालन ज्योति प्रकाश रंगा ने किया। सीएमएचओ डॉ अबरार पंवार ने आभार व्यक्त किया।

इनका किया सम्मान
इस अवसर पर महिला अधिकारिता विभाग की साथिन बीकानेर से सरोज, खाजूवाला से शांति, लूणकरणसर से केलम, कोलायत के खारी चारणान से कांता व नोखा के चरकडा से प्रेम लता को सम्मानित किया। आईसीडीएस में सेवाएं देने के लिए सुमित्रा, लक्ष्मी, संजू शर्मा, निर्मला देवी, सुनीता मेघवाल, बिरमा देवी तथा आशा सहयोगिनी के रूप में नापासर से संतोष, खाजूवाला से रोशनी, लूणकरणसर से सीमा शर्मा, नोखा से सुखी देवी व बीकानेर से सुमित्रा का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में राजीविका के तहत पूगल की सुमन, पांचू की सुधा, बीकानेर की गंगा देवी, नोखा की किरण बिश्नोई वह कोलायत की उर्मिला तंवर का सम्मान किया गया। नरेगा में महिला मेट के रूप में कार्य करने के लिए उर्मिला, विजयलक्ष्मी, मोहिनी, सोनू को सम्मानित किया गया। पुलिस विभाग की सिरकौर, रेणु, अनीता,अंजू व राधा का उत्कृष्ट सेवा के लिए सम्मान किया गया।

राज्य स्तरीय समारोह से लाइव जुडी महिलाएं
इससे पहले राज्य स्तर पर महिला समानता दिवस पर आयोजित समारोह से जिला स्तरीय कार्यक्रम में महिलाएं लाइव जुड़ीं। इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 1000 करोड़ रुपए का महिला निधि कोष महिला सशक्तीकरण को समर्पित करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने सुशासन में महिलाओं की समान भागीदारी पर  जोर दिया। उन्होंने कहा कि महिला सम्मान की हमारी राष्ट्रीय परम्परा रही है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री वर्क फ्रॉम होम पोर्टल जॉब का शुभारंभ भी किया गया।