कुम्हार समाज का दूसरा सामूहिक विवाह रविवार को धूमधाम से सम्पन्न हुआ। कुम्हार महासभा अध्यक्ष पप्पू लखेसर ने बताया कि इस बार सामूहिक विवाह में नौ जोड़े परिणय सूत्र में बंधे हैं। शिव वैली स्थित ज्योतिबा किंगडम में करीब दस हजार लोगों की उपस्थिति में यह सामूहिक विवाह समारोह सम्पन्न हुआ।


आशीर्वाद देने पहुंचे गणमान्य, टीम का रहा सहयोग
सहसचिव किशन संवाल ने बताया कि समारोह में श्रीपति धाम के अधिष्ठाता गोविन्द बल्लभदास महाराज, रामनाथ महाराज, कोलायत के सोमगिरि महाराज ने वर-वधू को आशीर्वाद दिया। वहीं केन्द्रीय राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, कांग्रेस के मदनगोपाल मेघवाल, यूआईटी पूर्व चैयरमेन महावीर रांका, पूर्व विधायक विश्वनाथ मेघवाल, उप प्रधान शिल्पा गेदर सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे।

सहसचिव संवाल ने बताया कि सामूहिक विवाह समारोह समिति अध्यक्ष सोहनलाल मंगलाव के नेतृत्व में रामलाल भोभरिया, प्रेम भोभरिया, महावीर जालप, नारायण मंगलाव, आसूराम खुडिय़ा, रामेश्वर संवाल, गौरीशंकर गेदर, शिव मंगलाव, कालू लखेसर, जगदीश भुटिया, श्रवण कुमार जाजपरा, रामलाल मंडावरा, लक्ष्मीनारायण गेदर, चंदगीराम गुरिया, ताराचन्द खुडिय़ा, हरि जालप, लक्ष्मीनारायण झटीवाल, किशन गेदर, सत्यनारायण बासनीवाल, छोटूूलाल सारड़ीवाल, तीर्थराज झटीवाल, बाबूलाल गेदर, उत्तमचन्द मंडावरा, मूलाराम मंडावरा, गिरधारीराम गुरिया, कालूराम लिम्बा सहित अन्य पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं व सामाजिक बन्धुओं ने इस सामूहिक विवाह समारोह में सहभागिता निभाई।

पहुंचे केन्द्रीय मंत्री अर्जुन
सामूहिक विवाह समारोह में केन्द्रीय राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने वर-वधू को आशीर्वाद देते हुए कहा कि समाज द्वारा ऐसे आयोजन करने से फिजुलखर्ची पर पाबन्दी लगती है, दिखावे की होड खत्म होती है। मेघवाल ने कहा कि समाज सुधरेगा तभी देश आगे बढ़ेगा।

नहीं किया डिस्पोजल का प्रयोग : बोबरवाल
महासचिव अशोक बोबरवाल ने बताया कि सामूहिक विवाह समारोह की खास बात यह थी कि इतने बड़ेे आयोजन में डिस्पोजल का बिल्कुल भी प्रयोग नहीं किया गया। बोबरवाल ने बताया कि कुम्हार समाज ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए परम्परागत बर्तनों का प्रयोग किया तथा लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक भी किया गया।

आगे भी होंगे नवाचार : गेदर
महासभा संरक्षक चम्पालाल गेदर ने बताया कि समाज में नवाचारों का प्रयास किया जा रहा है। सामूहिक विवाह में डिस्पोजल के उपयोग न करने के साथ ही सादगी से विवाह समारोह आयोजन करने का संदेश दिया गया है।

महासभा प्रचार-प्रसार मंत्री बद्री प्रजापत ने बताया कि समारोह में सीमा-हरिराम, गीता-प्रेमाराम, सरस्वती-ओमप्रकाश, देवकी-जगदीश, सुनीता-भंवरलाल, मधु-मघाराम, शांति-गजानन्द, सीता-खेताराम, मैना-श्रवण वर-वधू परिणय सूत्र में बंधे।