बीकानेर। जिले के खनन क्षेत्र में अवस्थित गांवों तथा अन्य विकास कार्यों पर जिला खनिज प्रतिष्ठान न्यास (डीएमएफटी) द्वारा 20 करोड़ 67 लाख रूपए खर्च किए जाएंगे। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम की अध्यक्षता में डीएमएफटी की प्रथम बैठक का आयोजन का किया गया। गौतम ने विभिन्न विभागों से आगामी एक सप्ताह में इस सम्बंध में विभिन्न विकास कार्यों के प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए।
गौतम ने कहा कि खनन के जरिए होने वाली आय को इस क्षेत्र में आने वाले गांवों में सड़क, पानी, बिजली सहित अन्य आधारभूत सुविधाओं के साथ-साथ शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी अन्य सामाजिक सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए भी ट्रस्ट की ओर से मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए ट्रस्ट की ओर से हरसंभव प्रयत्न होंगे। उन्होंने बताया कि जिन कार्यों के लिए अन्य स्थानों से पैसा उपलब्ध नहीं हो रहा है, उनके लिए डीएमएफटी द्वारा आर्थिक संसाधन उपलब्ध करवाए जाएंगे।
डीएमएफटी अध्यक्ष ने कहा कि विभिन्न नवाचारों व विकास कार्यों के लिए प्रस्ताव बना कर प्रस्तुत किए जाएं। माइनिंग क्षेत्रों में संचालित हो रहे राजकीय स्कूलों में जनसहभागिता योजना के तहत कार्य करवाए जाएंगे। इन कार्यों में स्थानीय भागीदारी के साथ-साथ डीएफएफटी की ओर से सहायता दी जाएगी। इसके तहत कम्प्यूटर लैब का विकास जैसे कार्य किए जाएंगे।
गरीब बच्चों को मिलेगी स्कूल बैग, डेऊस,
जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि ट्रस्ट द्वारा खनन क्षेत्र के राजकीय विद्यालयों में पढऩे वाले गरीब बच्चों को स्कूल बैग, ड्रेस आदि सामान मुहैया करवाया जाएगा। इस कार्य पर करीब 50 लाख रूपए खर्च होंगे। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को खनन क्षेत्र से सटे गांवों में ऐसे बच्चों का सर्वे करवा कर सूची उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए, ताकि उनकी मदद दी जा सके।
कोलायत में होंगे पर्यटन विकास कार्य
धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से कोलायत के महत्व को देखते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि कोलायत में तालाब का सौन्दर्यकरण व अन्य आधारभूत सुविधाओं का विकास किया जाएगा तथा तालाब की साफ-सफाई के कार्य भी करवाए जाएंगें। उन्होंने बताया कि इसके तहत घाट मरम्मत का निर्माण भी करवाया जाएगा तथा मंदिर तक पहुंचने वाली सड़क के रिस्टोरेशन का कार्य भी सम्पन्न करवाया जाएगा।